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    केस की क्‍या स्‍थ‍ित‍ि है? 'दर्पण' में द‍िखेगा हर अपडेट, ब‍िहार पुल‍िस ने रि‍यल टाइम मॉन‍िटर‍िंग के ल‍िए क‍िया इंतजाम

    By Rajat Kumar Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Fri, 28 Nov 2025 11:59 PM (IST)

    बिहार पुलिस ने 'दर्पण' नामक एक नई प्रणाली शुरू की है जिससे मामलों की स्थिति को रियल टाइम में जान सकेंगे। इसके तहत एक वेबसाइट तैयार की गई है ज‍िसका नाम दर्पण रखा गया है। इसपर अबतक साढ़े तीन लाख से अधिक मामले अपलोड किए जा चुके हैं। 

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    दर्पण वेबसाइट पर रहेंगे सारे मुकदमे। सांकेत‍िक तस्‍वीर

    कुमार रजत, पटना। राज्य के थानों में दर्ज प्राथमिकी से लेकर कोर्ट में लंबित मुकदमों का अपडेट अब पुलिस के अधिकारी ''दर्पण'' में देख सकेंगे।

    थाना स्तर से लेकर मुख्यालय स्तर पर मुकदमों की सतत मानीटरिंग के लिए विशेष वेबसाइट तैयार की गई है, जिसका नाम दर्पण रखा गया है। इस दर्पण में सभी थानों के मुकदमों की वस्तुस्थिति दिखेगी।

    किस मुकदमे की मौजूदा स्थिति क्या है, इसका पूरा विवरण अधिकारी ऑनलाइन देख सकते हैं। सीआइडी के एडीजी पारसनाथ ने बताया कि शुरुआती चरण में एडीजी से डीएसपी स्तर के पदाधिकारियों को इस वेबसाइट का एक्सेस दिया गया है। 

    1360 थाने जुड़ेंगे इससे, जल्द पूरी तरह से काम करने लगेगा

    जल्द ही इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी भी ऑनलाइन रिपोर्ट देख सकेंगे। जानकारी के अनुसार, अब तक दर्पण वेबसाइट पर तीन लाख 60 हजार मुकदमों की इंट्री हो चुकी है।

    करीब 40 हजार मुकदमे ऐसे हैं, जिन्हें जल्द ही अपलोड कर दिया जाएगा। दर्पण पर सभी केसों को अपलोड करने के साथ पूरे राज्य में मौजूद 1360 थानों को भी इससे जोड़ दिया जाएगा।

    सभी थाने आपस में जुड़ने के साथ ही प्रत्येक थाना में मुकदमों की संख्या, दर्ज होने की दर, लंबित मामलों की संख्या समेत प्रत्येक मुकदमे की मौजूदा स्थिति की जानकारी मिल जाएगी। 

    36 बिंदुओं पर एकत्र की जाएगी जानकारी 

    सभी थानों में दर्ज होने वाली प्राथमिकी की समुचित जानकारी भी दर्पण वेबसाइट पर दर्ज की जाएगी। प्रत्येक प्राथमिकी से संबंधित 36 तरह की जानकारी इस पर अपलोड की जाएगी।

    इसमें केस संख्या, जिला, थाना, सर्किल, वर्ष, दिनांक, केस के आइओ का नाम, सजा, शिकायतकर्ता, सुपरविजन हुआ या नहीं, केस ट्रू किया गया है या नहीं, चार्जशीट अगर दर्ज हो गई है तो कब हुई, एफएसएल की रिपोर्ट की स्थिति जैसी तमाम जानकारी रहेगी।

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    समय-समय पर इन जानकारियों को अपडेट भी किया जाएगा। वर्तमान में सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम) प्रणाली राज्य के 968 थानों में लागू है, लेकिन दर्पण वेबसाइट से सभी 1360 थानों को जोड़ा जा रहा है।

    हर माह दर्ज हो रही औसत एक हजार प्राथमिकी

    नए कानून के लागू होने के बाद बिहार में जुलाई 2024 से अब तक करीब 4 लाख 80 हजार मामले दर्ज हो चुके हैं। नए कानून के तहत पूरे राज्य में महीने में औसत एक हजार प्राथमिकी दर्ज हो रही है।

    दर्पण वेबसाइट के शुरू होने से सभी मुकदमों की रियल टाइम मानीटरिंग हो सकेगी और निर्धारित समय पर इनका निपटारा करने में सहूलियत होगी। 

     
    दर्पण वेबसाइट का नया साफ्टवेयर तैयार हो चुका है। वरीय अधिकारियों के बाद जल्द ही इंस्पेक्टर को भी इसका एक्सेस दिया जाएगा। इससे केसों की मानीटरिंग में सहूलियत होगी। इसको लेकर सभी संबंधित पुलिस पदाधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
    पारसनाथ, एडीजी, सीआइडी