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    भाजपा और ओवैसी की पार्टी का हो चुका है गठबंधन, मांझी की पार्टी का दावा, कुढ़नी उपचुनाव पर कही ये बात

    By Vyas ChandraEdited By:
    Updated: Fri, 11 Nov 2022 03:50 PM (IST)

    Bihar Politics पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा ने दावा किया है कि भाजपा और ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम का गठबंधन हो चुका है। जनता इनका ड्रामा समझ चुकी है। कुढ़नी उपचुनाव में जीत महागठबंधन की होगी।

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    असदुद्दीन ओवैसी और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी। जागरण

    पटना, आनलाइन डेस्‍क। कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव (Kudhni By Election) को लेकर उम्‍मीदवारों की घोषणा अभी न तो महागठबंंधन ने की है और न भाजपा ने। इस बीच पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की पार्टी ने कहा है कि कुढ़नी में एआइएमआइएम (AIMIM) के अध्‍यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) भी खड़े हो जाएं तो जनता उन्‍हें वोट नहीं देगी। क्‍योंकि एआइएमआइएम और भाजपा का गठबंधन सामने आ चुका है। इनका ड्रामा अब नहीं चलने वाला। 

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    ओवैसी को भी उतार लें तो नहीं मिलेगा वोट 

    हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा (HAM) के राष्‍ट्रीय महासचिव दानिश रिजवान ने बयान जारी कर कहा है कि गोपालगंज उपचुनाव के बाद AIMIM और भारतीय जनता पार्टी का आंतरिक गठबंधन एक्‍सपोज हो चुका है। कुढ़नी में एआइएमआइएम अपना उम्‍मीदवार नहीं उतारे, वह असदुद्दीन ओवैसी को भी उतार दे तो जनता वोट नहीं देने वाली।  

    एआइएमआइए ने की चुनाव लड़ने की घोषणा 

    गौरतलब है कि कुढ़नी में होने वाले उपचुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी ताल ठोकेगी। महागठबंधन के सात दलों के एक उम्‍मीदवार के मुकाबले भाजपा के उम्‍मीदवार होंगे। ऐसे में एआइएमआइएम के उम्‍मीदवार उतारने की घोषणा से चुनावी माहौल गरमा गया है। AIMIM के प्रदेश अध्‍यक्ष ने दावा किया है कि कुढ़नी उपचुनाव में उनका वोट बैंक अच्‍छा है। वहां से उनके उम्‍मीदवार की जीत होगी।  कुढ़नी के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यहां 17 नवंबर तक नामांकन होगा। 18 को नामांकन प्रपत्रों की जांच होगी। नाम वामसी की तिथि 21 नवंबर तक है। पांच दिसंबर को मतदान और आ‍ठ दिसंबर को मतगणना होगी।  

    इस बार अलग है समीकरण 

    मालूम हो कि पिछले चुनाव में जदयू और भाजपा का गठबंधन था। उस समय इस सीट पर बीजेपी ने उम्‍मीदवार उतारा था। हालांकि यहां से राजद के अनिल सहनी को जीत मिली थी। लेकिन सदस्‍यता जाने के बाद यहां उपचुनाव कराया जा रहा है।  तब के निवर्तमान विधायक रहे जदयू के मनोज कुशवाहा का टिकट कट गया था।इस बार यहां का समीकरण अलग होगा। उस लिहाज से प्रमुख पार्टियां रणनीति बनाने में जुट गई है।