Bihar Politics: पीएम मोदी से पहले बिहार जाएंगे BJP के ये दो दिग्गज नेता, चुनाव को लेकर होगा मंथन
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर भाजपा सक्रिय हो गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीएल संतोष पटना में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में प्रत्याशी चयन आंतरिक सर्वे और विधायकों के प्रदर्शन पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री मोदी 15 सितंबर को पूर्णिया आएंगे। भाजपा का कहना है कि महागठबंधन भ्रष्टाचार के कारण हार रहा है जबकि एनडीए विकास के लिए समर्पित है।

राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव तैयारियों को लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की बिहार में सक्रियता बढ़ गई है। इसके साथ ही संगठनात्मक गतिविधियां जोर पकड़ने लगी है।
इसी बीच शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं संगठन महामंत्री बीएल संतोष पटना पहुंच रहे हैं। दोनों नेताओं ने प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों एवं संगठन से जुड़े रणनीतिकारों की अलग-अलग चार सत्र में बैठक बुलाई है।
संगठनात्मक बैठक में प्रत्याशी चयन को लेकर संगठन की रिपोर्ट, आंतरिक सर्वे रिपोर्ट एवं वर्तमान विधायक एवं मंत्रियों के विरुद्ध सत्ता विरोधी लहर के साथ ही विधानसभा क्षेत्र की गतिविधियों फीड बैक लेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने गुरुवार को बताया कि 13 सितंबर राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे के उपरांत 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्णिया आ रहे हैं। इसके उपरांत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 18 सितंबर को बिहार यात्रा कार्यक्रम निर्धारित हुआ।
शनिवार को पटना पहुंचेंगे बीजेपी के दो दिग्गज नेता। (जागरण)
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीते 11 वर्षों में 54 बार और इस वर्ष 6 बार बिहार का दौरा कर चुके हैं। हर दौरे पर मोदी बिहार के हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं उद्घाटन करते हैं।
हार देख बौखलाहट में विपक्ष
जायसवाल ने कहा कि भ्रष्टाचार एवं परिवारवाद के कारण महागठबंधन को बिहार चुनाव में अपनी हार स्पष्ट दिखाई दे रही है, तभी वो कुछ भी तय नहीं कर पा रहे हैं। बिहार में रोजाना एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन हो रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी किसी ने किसी जिले का दौरा कर परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कर रहे हैं। एनडीए के कार्यक्रमों में उमड़ रही भीड़ ये साफ बता रही है कि लोगों को विकास वाली सरकार पसंद है न कि झूठे और फर्जी बयान देने वालों की।
महागठबंधन का चरित्र बिहार विरोधी है। उसमें शामिल लोग अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए हैं। जनता की दुख-तकलीफों से उनका कोई नाता नहीं है। वो बस किसी तरह कुर्सी चाहते हैं।
जबकि एनडीए गठबंधन सिर्फ सत्ता के लिए नहीं, बल्कि हर वर्ग के उत्थान, हर गरीब के सशक्तिकरण और समृद्ध भविष्य के निर्माण के लिए पूरी तरह समर्पित है।
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