'झूठ बोलने में क्या हर्ज है?', चिराग पासवान का महागठबंधन पर तंज, घोषणापत्र जारी होने से पहले बोला हमला
बिहार में चुनाव नजदीक आते ही चिराग पासवान ने महागठबंधन के घोषणापत्र पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष सत्ता में नहीं आएगा और उनके वादे झूठे हैं। चिराग ने 2.5 करोड़ परिवारों को नौकरी देने के वादे पर भी सवाल उठाया और पूछा कि इसके लिए बजट कहां से आएगा? उन्होंने तेजस्वी यादव पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और राजस्व बढ़ाने की योजना बताने की मांग की।

पटना में अपने आवास पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान। (फोटो- पीटीआई)
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग की तारीख नजदीक आने के साथ राजनीतिक गतिविधियां भी तेज हो गई हैं। इस क्रम में आज महागठबंधन की ओर से अपना घोषणापत्र जारी किया जाएगा।
ऐसे में इसे लेकर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मंगलवार को महागठबंधन पर निशाना साधा है। उन्होंने घोषणापत्र जारी करने के कदम को खारिज किया है। उनका कहना है कि यह कोई बड़ी बात नहीं है, विपक्ष राज्य में सत्ता में नहीं आएगा।
मीडिया से बात करते हुए चिराग पासवान ने विपक्ष की ओर से किए जा रहे वादों और उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। पासवान ने तर्क दिया कि लगभग 2.5 करोड़ परिवारों को सरकारी नौकरी देने के लिए लगभग 7 लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी। पासवान ने कहा कि यह बिहार के वर्तमान 3 लाख करोड़ रुपये के बजट से कहीं अधिक है।
पासवान ने मीडिया से कहा कि जब आपको पता है कि आप सत्ता में नहीं रहेंगे तो घोषणाएं करने में क्या बड़ी बात है? बजट कहां से आएगा? उन्होंने बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर 'बिना किसी नतीजे पर विचार किए झूठ बोलने' का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें सत्ता में नहीं आना है, तो बड़े वादे करने में क्या हर्ज है?
बता दें कि इससे पहले पासवान ने पटना स्थित अपने आवास पर छठ पूजा की और चुनाव प्रचार के जोर पकड़ने के बीच बिहार के लिए समृद्धि की कामना की।
राजस्व बढ़ाने की क्या योजना है: चिराग पासवान
महागठबंधन और तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए केंद्रीय मंत्री और लोजपा रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि जब आपको पता है कि आप सत्ता में नहीं रहने वाले हैं तो इन घोषणाओं का आधार क्या है?
चिराग ने कहा कि एक तरफ आप (तेजस्वी यादव) दावा करते हैं कि आपकी सबसे बड़ी घोषणाओं में से एक है हर परिवार को सरकारी नौकरी देना। बिहार का बजट कितना है? 3 लाख करोड़ रुपये का है। अगर न्यूनतम वेतन भी जोड़ लें तो लगभग ढाई करोड़ परिवारों को सरकारी नौकरी देने के लिए कम से कम 7-9 लाख करोड़ रुपये चाहिए होंगे।
उन्होंने सवाल किया कि ये बजट कहां से आएगा? आपने जो बाकी घोषणाएं की हैं, उन्हें आप कैसे पूरा करेंगे? जब आप अपना घोषणापत्र जारी करें तो कृपया आगे का रोडमैप बताएं।
उन्होंने सवाल दागते हुए मीडिया से कहा कि आप (महागठबंधन और तेजस्वी यादव) राज्य का राजस्व कैसे बढ़ाएंगे? विपक्ष के नेता जानते हैं कि अगर उन्हें सत्ता में नहीं आना है, तो झूठ बोलने में क्या हर्ज है? बड़े-बड़े वादे करने में क्या हर्ज है, वो तो उन्हें पूरा ही नहीं करना चाहते।

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