Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिहार में एलोपैथी दवाओं से होमियोपैथी सिरप-तेल बनाने वाले पर गाज, जांच के लिए भेजे गए 8 सैंपल

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 02:00 AM (IST)

    पटना में नकली होम्योपैथी दवा बनाने का खुलासा हुआ है। राधा होमियो लैबोरेटरी में एलोपैथी दवाओं के इंग्रिडिएंट्स से बनी 20 तरह की होम्योपैथी सिरप और तेल के 22 कार्टन जब्त किए गए। ये दवाएं पूरे प्रदेश में बेची जा रही थीं। औषधि नियंत्रक के निर्देश पर छापेमारी की गई और नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।

    Hero Image
    एलोपैथी दवाओं से होमियोपैथी सिरप-तेल बनाने वाले पर गाज। जागरण फोटो

    जागरण संवाददाता, पटना। दवाओं के दुष्प्रभाव से बचने को यदि आप होमियोपैथी अपनाते हैं तो कारोबारी इसमें भी सेंध लगा रहे हैं। बुधवार को गया जी की गौतम बुद्ध यानी जीबी रोड स्थित राधा होमियो लैबोरेटरी में नकली दवा बनाने के बड़े खेल का खुलासा किया है। यहां एलोपैथी दवा के इंग्रिडिएंट्स व केमिकल्स से तैयार की गई 20 तरह के होमियोपैथी सिरप व तेल के 22 कार्टन जब्त किए गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इन दवाओं को पूरे प्रदेश में बेचा जा रहा था। औषधि नियंत्रक नित्यानंद किसलय के निर्देश पर आयुष औषधि निरीक्षक सत्य नारायण ने गयाजी की टीम के सहयोग से यह कार्रवाई की। आयुष औषधि निरीक्षक सत्य नारायण ने बताया कि 8 नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं जबकि तैयार दवाओं को जब्त किया गया है।

    कोलकाता से खरीदारी पर हुआ था शक

    औषधि निरीक्षक ने बताया कि राधा होमियो ने होमियोपैथी दवा के निर्माण का लाइसेंस लिया हुआ है। कोलकाता से एलोपैथी दवा बनाने के इंग्रिडिएंट्स व केमिकल्स की खरीदारी में उसका नाम शामिल था। होमियोपैथी दवा कंपनी में एलोपैथी दवा के इंग्रिडिएंट्स व केमिकल्स की खरीदारी क्यों हो रही है, इसकी जांच का आदेश राज्य औषधि नियंत्रक ने दिया। इसके बाद स्थानीय टीम के सहयोग से वहां छापेमारी की गई।

    इसमें बुखार, दर्द निवारक, खांसी-जुकाम, गैस-अपच, एसिडिटी से लेकर तनाव-अनिद्रा तक की दवाएं शामिल थीं। मौके से तैयार दवाओं के साथ कच्चा माल भी जब्त किया गया है। अब संचालक अविनाश कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा लाइसेंस रद करने समेत आगे की कार्रवाई की जा रही है।

    एलोपैथी केमिकल्स से बनाता था सिरप व तेल

      सत्य नारायण ने बताया कि जो सामान जब्त किया गया है, उसमें अधिसंख्य सिरप व तेल है। प्राथमिक जांच में पाया गया कि इन दवाओं का निर्माण पंजीकृत फार्मूलेशन पर आधारित नहीं था।

    क्यों है खतरनाक 

    • होमियोपैथी दवाओं को लोग सुरक्षित व बिना दुष्प्रभाव की मानकर खासकर बच्चों को देते हैं।
    • डोज निर्धारित नहीं होने के कारण बार-बार इसके प्रयोग से लिवर, किडनी व हृदय को गंभीर नुकसान हो सकता है।
    • कभी-कभी ऐसी दवाएं एलोपैथी दवाओं से ज्यादा खतरनाक हो सकती हैं।
    • यह औषधि अधिनियम व उपभोक्ता अधिकार कानून का सीधा उल्लंघन है।

    इन केमिकल्स की करता था खरीदारी

    • खांसी सिरप के लिए कोडीन, डेक्स्ट्रोमेथार्फ़ान, क्लोरफ़ेनिरामीन।

    • गैस-अपच के लिए सोडियम बाइकार्बोनेट, मैग्नीशियम हाइड्राक्साइड, डाइजेस्टिव एंज़ाइम्स।

    • जोड़-कमर दर्द के तेल के लिए डायक्लोफेनेक, मेथिल सैलिसिलेट।

    • बुखार-दर्द के सिरप के लिए- पैरासिटामॉल या आइबुप्रोफेन।

    • नींद-तनाव कम करने के सिरप के लिए बेंजोडायजेपिन या ऐंटिहिस्टामिन।

    comedy show banner
    comedy show banner