'पर हित सरिस धर्म नहिं भाई, पर पीड़ा...', मांझी बोले- रामचरितमानस की इस चौपाई को मैंने माना जीवन सूत्र
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने रामचरितमानस की चौपाई को जीवन का सूत्र बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने को सौभाग्य कहा। नई दिल्ली में श्री विद्या कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ में उन्होंने सनातन धर्म को देश की शक्ति बताया। स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने भारत को विश्वगुरु बनाने की आकांक्षा व्यक्त की।

जीतन राम मांझी ने किया संबोधित। (जागरण)
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि मैंने साधारण घर में जन्म लिया और आज यहां तक पहुंचा हूं तो इसमें भी प्रभु की कृपा है।
रामचरितमानस की चौपाई 'पर हित सरिस धर्म नहिं भाई, पर पीड़ा सम नहिं अधमाई' की चर्चा करते हुए मांझी ने कहा कि मैंने इसको ही जीवन का सूत्र माना है।
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ काम करना मेरे लिए सौभाग्य का बात है। वह नई दिल्ली सिविल लाइंस में संत स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी के संरक्षण में आयोजित श्री विद्या कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ के अवसर पर बोल रहे थे।
महायज्ञ के तृतीय दिवस पर दीप प्रज्ज्वलित कर स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी, एमएसएमई विभाग के कैबिनेट मंत्री जीतन राम मांझी, युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने महायज्ञ प्रारंभ किया।
महायज्ञ में माता ललिता का आशीर्वाद लेने केंद्रीय मंत्री अन्नूर्णा यादव, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम, उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी एवं विजयालक्ष्मी गौतम, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संजय मयूख, पूर्व विधान पार्षद लाल बाबूप्रसाद, अब्दुल रहमान, राकेश बिंदल, ब्रजेश राय, सुमन शर्मा, रोहित चौधरी आदि उपस्थित रहे।
स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि माता से आकांक्षा है कि हमारा देश विश्वगुरु बने। सनातन धर्म हमारी ताक़त है। जो व्यक्ति धर्म के साथ रहेगा वह सदैव न्याय पथ पर चलेगा।
केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा यादव एवं बीएल वर्मा ने कहा कि पूरे देश में स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी के प्रयास से राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में अद्भुत प्रयास किया जा रहा है। युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा कि हम धर्म ध्वज के साथ राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ को संपन्न कराने हेतु प्रयासरत हैं।
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