Lalu Yadav: 'मैं इससे निपट लूंगा', लालू यादव का पारिवारिक कलह पर पहला रिएक्शन
तेजस्वी यादव और बेटी Rohini Acharya के बीच हुई लड़ाई पर लालू यादव ने पहली बार चुप्पी तोड़ी। उन्होंने अपने पार्टी के नेताओं से कहा कि यह उनके घर का मामला है, इसे घर में ही सुलझाएंगे। वह इसे निपटाने के लिए वहां हूं। उन्होंने यह बात राजद पार्टी के नेताओं की बैठक में कही।
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लालू यादव और रोहिणी आचार्य। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मिली करारी हार के बाद तेजस्वी यादव और रोहिणी आचार्य के विवाद के बीच कल राजद की बैठक हुई है। इसमें Lalu Yadav ने पहली बार तेजस्वी यादव और बेटी रोहिणी आचार्य के बीच हुई लड़ाई का जिक्र किया।
उन्होंने अपने नेताओं से कहा, "यह हमारे घर का मामला है। सभी घर में इस तरह की बातें होती हैं। हम घर में ही सुलझाएंगे। मैं इसे निपटाने के लिए वहां हूं।"
मीटिंग के दौरान, जिसमें लालू की पत्नी राबड़ी देवी, बड़ी बेटी मीसा भारती और जगदानंद सिंह समेत RJD के सीनियर नेता शामिल हुए, जिसमें तेजस्वी को विधायक दल का नेता चुना गया।
लालू ने तेजस्वी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बिहार चुनाव के लिए 'बहुत मेहनत' की और पार्टी को आगे बढ़ाया है। करीब चार घंटे तक चली बैठक में तेजस्वी यादव ने जीतने वाले नेताओं व हारने वालों से विमर्श किया। इस दौरान राजद सुप्रीमो ने कहा कि Tejashwi yadav नेता प्रतिपक्ष होंगे।
बताया गया कि बैठक में वन-टू-वन बात की गई। चुनाव के परिणाम को कोर्ट ले जाने पर भी बात हुई है। महागठबंधन के नेताओं से विमर्श कर इसमें आगे फैसला लिया जाएगा।
बैठक में पहुंचे उजियारपुर विधायक आलोक मेहता ने कहा कि समीक्षा की जा रही है कि कहां-कहां मैनिपुलेशन किया गया और प्रजातांत्रिक मूल्यों का हनन किया गया।
पूर्व विधायक अख्तरुल ईमान शाहीन ने कहा कि चुनाव का परिणाम अप्रत्याशित रहा है। मतदान से पहले महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये भेजे गए। चुनाव में धांधली की गई है। इसपर मिल बैठ कर विमर्श किया जाएगा।
बता दें कि 243 सदस्यों वाली विधानसभा में राजद (RJD) सिर्फ 25 सीटें ही जीत पाई, जो 2010 के बाद किसी चुनाव में उसका दूसरा सबसे खराब प्रदर्शन था। इसके बाद से परिवार और पार्टी में हलचल मची हुई है।

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