Bihar Police: गयाजी में खुलेगा डायल-112 का नया कमांड सेंटर, गृह विभाग ने 132 पदों की दी मंजूरी
पटना के बाद अब गयाजी में डायल-112 का नया कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बनेगा। गृह विभाग ने 132 पदों की स्वीकृति दी है। यह सेंटर पटना सेंटर की मिरर साइट होगा जिसकी क्षमता 20% होगी। इस पर 8 करोड़ 6 लाख रुपये का खर्च आएगा। इससे मगध क्षेत्र में त्वरित मदद पहुंचाना आसान होगा। सिपाहियों को कॉल रिसीव करने और दारोगा को डिस्पैच की जिम्मेदारी दी जाएगी। डीएसपी मॉनिटरिंग करेंगे।

राज्य ब्यूरो, पटना। पुलिस, अग्निशमन, एंबुलेंस समेत आपातकाल में मदद के लिए जारी डायल-112 का नया कंट्रोल एंड कमांड सेंटर गयाजी में बनाया जाएगा।
फिलहाल डायल-112 का एकमात्र कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पटना में संचालित है। गृह विभाग ने इसकी स्वीकृति देते हुए इसके लिए 132 पदों की स्वीकृति भी दे दी है। इसमें डीएसपी से लेकर सिपाही तक के पद शामिल हैं।
विभागीय जानकारी के अनुसार, गयाजी में बनने वाला सेकेंडरी कंट्रोल एंड कमांड सेंटर डायल-112 की मिरर साइट होगा। यह प्राइमरी सेंटर की तुलना में 20 प्रतिशत क्षमता वाला होगा।
इसके लिए 98 सिपाही, 15, पुलिस अवर निरीक्षक, 10 सहायक पुलिस अवर निरीक्षक, 5 पुलिस निरीक्षक, 1 डीएसपी के साथ एक-एक चालक सिपाही, निम्नवर्गीय लिपिक और परिचारी का पद सृजित किया गया है। इस मानव बल पर कुल 8 करोड़ 6 लाख रुपये का वार्षिक खर्च आएगा।
मगध जोन में त्वरित मदद पहुंचाना होगा आसान
पुलिस मुख्यालय के स्तर से डायल-112 की सेवा को लगातार बेहतर बनाने के लिए समीक्षा की जा रही है। वर्तमान में डायल-112 का रिस्पांस टाइम साढ़े 14 मिनट है, जिसे और कम करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके अलावा डायल-112 की टीम को सशक्त करने के लिए मानवबल भी बढ़ाने की योजना है। गयाजी में डायल-112 का दूसरा कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बनाने से जहानाबाद, औरंगाबाद, नवादा, नालंदा समेत पूरे मगध क्षेत्र में त्वरित मदद पहुंचाना और भी सुलभ होगा।
कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में कॉल रिस्पांस एसोसिएट की जिम्मेदारी सिपाहियों के पास होगी जबकि कॉल डिस्पैचर की जिम्मेदारी दारोगा और सहायक अवर निरीक्षक निभाएंगे।
प्रत्येक पाली में 20-20 सिपाहियों को कॉल रिसीव करने के लिए रखा गया है। डीएसपी के पास कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के काम की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी होगी।
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