Updated: Fri, 05 Sep 2025 10:10 PM (IST)
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अमृतसर मंदिर पर हुए ग्रेनेड हमले के मुख्य आरोपी आतंकी शरणजीत कुमार को बिहार के गया से गिरफ्तार किया है। वह पंजाब का रहने वाला है और हमले की साजिश में शामिल था। जांच में यूरोप अमेरिका और कनाडा से भी कनेक्शन सामने आए हैं। शरणजीत ने ही हमलावरों को ग्रेनेड दिए थे।
राज्य ब्यूरो, पटना। इस साल मार्च में अमृतसर मंदिर पर हुए ग्रेनेड हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए घटना के मुख्य आरोपितों में एक आतंकी शरणजीत कुमार उर्फ सन्नी को शुक्रवार को बिहार के गया से गिरफ्तार किया है।
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वह पंजाब के गुरदासपुर जिले के बाटला के भैनी बांगर कादियां का निवासी है। एनआईए ने गुप्त सूचना पर उसे गया के शेरघाटी इलाके के लाइन होटल से गिरफ्तार किया है। शेरघाटी के थाना प्रभारी अजीत कुमार ने भी शरणजीत की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
एनआईए के अनुसार, गिरफ्तार आतंकी शरणजीत कुमार 15 मार्च को अमृतसर मंदिर पर ग्रेनेड से हुए आतंकवादी हमले की साजिश और उसे अंजाम देने में सक्रिय रूप से शामिल था।
ग्रेनेड हमला दो बाइक सवार हमलावरों गुरसिदक सिंह और विशाल गिल ने किया था, जो विदेशी हैंडलर्स के निर्देशों पर काम कर रहे थे। शरणजीत ने हमले में इस्तेमाल किए गए ग्रेनेड सहित कई ग्रेनेड गुरसिदक और विशाल को दिए थे।
अंतरराष्ट्रीय साजिश का राजफाश
एनआईए की जांच में हमले के अंतरराष्ट्रीय साजिश का राजफाश हुआ है, जिसमें यूरोप, अमेरिका और कनाडा का भी कनेक्शन आया है। इन देशों के संचालकों ने भारत में अपने एजेंटों को हार्डवेयर, धन, रसद सहायता आदि प्रदान किए थे।
एनआईए के अनुसार, गुरसिदक और विशाल हैंड ग्रेनेड की कई खेपों के साथ-साथ हथियारों और गोला-बारूद की खरीद और आपूर्ति में शामिल थे। शरणजीत को एक मार्च 2025 को बाटला, गुरदासपुर में एक अन्य गिरफ्तार आरोपी से चार हैंडग्रेनेड की खेप मिली थी।
बदले में, उसने हमले से ठीक दो दिन पहले गुरसिदक और विशाल को ग्रेनेड सौंपा था। एक महीने पहले एनआईए द्वारा इलाके की तलाशी लेने के बाद शरणजीत बाटला से फरार हो गया था। मानवीय और तकनीकी खुफिया जानकारी के आधार पर व्यापक जांच के बाद अंततः उसे गया में खोजा गया।
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