Nitish Kumar Daily Routine: चुनाव प्रचार के लिए CM नीतीश कुमार ने बदली दिनचर्या, अब इस तरह होती है शुरुआत
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुनावी सक्रियता इन दिनों चर्चा में है। सुबह की सैर और योगा के बाद, वे नाश्ते में रोटी-सब्जी खाकर चुनावी सभाओं के लिए निकलते हैं। वे हर दिन चार सभाएं करते हैं और शाम को अगले दिन की तैयारियों में जुट जाते हैं। सरकार की योजनाओं और चुनावी रणनीति पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करते हैं और विपक्ष के दावों पर भी अपनी राय रखते हैं।
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सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुनावी सभाओं को ले सक्रियता खूब नोटिस ली जा रही। संबोधन से लेकर संवाद का अंदाज चर्चा में है। चुनावी सभाओं के लिए हर दिन सुबह दस बजे निकलने वाले नीतीश ने अपनी दिनचर्या में सुबह की सैर और योगा को शामिल किया हुआ है।
सुबह वह अपने आवासीय परिसर में ही टहलते हैं। टहलने के बाद योगा। इन दोनों दिनचर्या पर वह नियमित रूप से हैं। अखबार भी कुछ देर पढ़ रहे। नीतीश कुमार किस तरह का नाश्ता कर चुनाव प्रचार करने के लिए निकलते हैं? इस बारे में जानकारी मिली की वह रोटी सब्जी खा रहे नाश्ते में। पूर्व में वह चुनाव प्रचार के लिए दही-चूड़ा खाकर निकलते थे।
सुबह दस बजे के करीब वह हर रोज चुनाव प्रचार के लिए निकल रहे। आम तौर पर वह चार सभाएं कर रहें। एक सभा लगभग एक घंटे की होती है। साथ में जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा भी रहते हैं।
दो-तीन सभाओं के बाद हेलीकाप्टर में ही लंच होता है। लंच के लिए उनके आवास से ही दाल की पूरी जाती है। पहले यह होता था कि मुख्यमंत्री चुनावी सभाओं में मंच पर ही चाय लेते थे पर अब यह नहीं दिख रहा। चार सभाओं में शामिल होने के बाद वह शाम पांच बजे के बाद घर लौटते हैं।
मुख्यमंत्री अगले दिन की चुनावी सभाओं के लिए एक दिन पहले ही शाम में अपडेट हो लेते हैं। जहां-जहां चुनावी सभा होनी है वहां सरकार के स्तर पर किन-किन योजनाओं के तहत काम हुआ इसका नोट्स पहले से तैयार होता है। इसे पढ़कर वह संबंधित लोगों से फीडबैक भी लेते हैं। कुछ अल्पाहार के बाद वह चुनाव में कहां क्या हो रहा इस बारे में भी जानकारी ले रहे। सरकार के कामकाज पर भी बात होती है।
मुख्यमंत्री ने इस बार स्टीमर से छठ घाटों का निरीक्षण भले ही आदर्श आचार संहिता को ध्यान में रख नहीं किया पर इस बारे में काफी सूक्ष्मता से एक-एक चीजों के बारे में निर्देश दिए।
पूरी तरह अपडेट होने के बाद मुख्यमंत्री शाम साढ़े सात बजे तक पार्टी के लोगों से बात करते हैं। कुछ प्रत्याशियों से भी बात होती है। चुनाव से जुड़े एक-एक पहलुओं पर वह नजर रख रहे। प्रधानमंत्री के साथ किन-किन सभाओं में उन्हें रहना है, यह भी पहले से तय है। इसके अतिरिक्त विपक्ष के दावे पर भी वह अपने एक्स हैंडल पर अपनी बात कह रहे।
चुनावी सभाओं में हेलीकाप्टर से वह उस जिले का नोट्स लेकर उतरते हैं जहां के विधानसभा क्षेत्र में उन्हें भाषण देना है। इसके अलावा भाषण के अन्य तत्वों के लिए उन्हें कुछ विशेष तैयारी नहीं करनी पड़ती है। योजनाओं की बात वह स्वत: स्फूर्त अंदाज में कर रहे।

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