Updated: Tue, 02 Sep 2025 03:26 PM (IST)
पटना के प्रमंडलीय आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि गंगा किनारे की असर्वेक्षित भूमि पर किसी का दावा मान्य नहीं है। दीघा से कंगन घाट तक के टोपोलैंड पर किए गए अतिक्रमण को हटाने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ पर कई विकास योजनाओं का शिलान्यास किया जिससे जनहित में कई समस्याएं दूर होंगी और शहर का विकास होगा।
जागरण संवाददाता, पटना। प्रमंडलीय आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि गंगा किनारे की असर्वेक्षित भूमि (टोपोलैंड) पर किसी व्यक्ति विशेष का दावा मान्य नहीं है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एवं उच्चतम न्यायालय के आदेश से इन क्षेत्रों में किसी भी संरचना का निर्माण नहीं किया जा सकता है। फ्लड प्लेन एरिया में निजी जमीन पर भी कोई व्यक्ति निर्माण नहीं कर सकता।
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दीघा से कंगन घाट तक टोपोलैंड पर लगभग 216 स्थानों पर अतिक्रमण पाया गया था। दीघा रोटरी गोलंबर से कलेक्ट्रेट घाट तक सभी अतिक्रमण हटा दिए गए हैं। सभ्यता द्वार के पीछे कुछ अस्थायी व दीघा आईटीआई के पिछले भाग में जो अतिक्रमण है, उसे भी तुरंत हटाने का निर्देश दिया गया है।
21 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान जेपी गंगा पथ पर कई विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की थी। 25 अगस्त को मुख्यमंत्री ने 387.40 करोड़ रुपये की लागत से दीघा से गांधी मैदान के बीच जेपी गंगा पथ के दोनों ओर करीब सात किलोमीटर के जेपी गंगा पथ समग्र उद्यान परियोजना फेज वन के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था।
आयुक्त जेपी गंगा पथ के किनारे असर्वेक्षित भूमि के स्वामित्व की जांच व अतिक्रमण हटाने के संबंध में की गई कार्रवाई की समीक्षा कर रहे थे। इसमें पटना सदर के अनुमंडल पदाधिकारी, अपर जिला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था, अपर जिला दंडाधिकारी नगर व्यवस्था, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सिटी आदि उपस्थित थे।
जनहित की कई समस्याएं दूर होंगी टोपोलैंड पर प्रस्तावित योजनाओं से:
डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि टोपोलैंड का जनहित के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। 387.40 करोड़ से दीघा से गांधी मैदान के बीच जेपी गंगा पथ के दोनों ओर करीब सात किलोमीटर के जेपी गंगा पथ समग्र उद्यान परियोजना फेज वन के अलावा मुख्यमंत्री ने 12.38 करोड़ की लागत से सभ्यता द्वार से कलेक्ट्रेट घाट तक विचरण पथ के निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया है।
जेपी गंगा पथ समग्र उद्यान परियोजना (फेज-1) पूरा होने से हरित क्षेत्र का विकास होगा व लोग यहां मनोरम दृश्य का लाभ उठा सकेंगे। वहीं, 26 अगस्त को मुख्यमंत्री ने पटना के पूर्वी भाग में स्थित शहरी क्षेत्रों के लिए 341.43 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं कार्यारंभ किया है। इसमें गंगा किनारे गायघाट से दीदारगंज वाया कंगन घाट, 7.80 किमी लंबे पुराने पथ का चौड़ीकरण किया जा रहा है।
इससे आमजन को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी। पटना साहिब आने वाले सिख श्रद्धालुओं के साथ-साथ छठ महापर्व पर व्रतियों, श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होगी। जनहित की इन योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई बाधा स्वीकार नहीं की जा सकती है। उन्होंने अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने के साथ दोबारा नहीं हो यह सुनिश्चित करने सख्त निर्देश दिए। बाधक बनने वाले लोगों पर सख्त सुनिश्चित करने के निर्देश अनुमंडल पदाधिकारियों व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को दिए गए हैं।
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