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    Bihar Teacher News: 6 लाख से ज्यादा शिक्षकों के लिए खुशखबरी, नीतीश सरकार ने लिया बड़ा फैसला

    Updated: Wed, 04 Jun 2025 01:40 PM (IST)

    बिहार के सरकारी स्कूलों में कार्यरत साढ़े छह लाख शिक्षकों को साल में दो बार प्रशिक्षण मिलेगा। शिक्षा विभाग ने SCERT को कार्ययोजना भेजी है जिसके तहत डायट में आवासीय प्रशिक्षण अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है और इसमें भाग न लेने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।

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    वर्ष में दो बार साढ़े छह लाख शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण, बनी कार्ययोजना

    राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत साढ़े छह लाख शिक्षकों को वर्ष में दो बार प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को कार्य योजना भेज दी गई है। परिषद द्वारा ही शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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    सप्ताह भर का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में यह प्रशिक्षण आवासीय होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रत्येक शिक्षक की सहभागिता अनिवार्य है। प्रशिक्षण के आधार पर ही शिक्षकों के शैक्षणिक कार्यों का मूल्यांकन भी होगा।

    शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने स्कूली शिक्षा की बेहतरी और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण संबंधी कार्य योजना को अमलीजामा पहचाने का निर्देश दिया है।

    इस प्रशिक्षण का उद्देश्य सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है। शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण की अवधि साल में दो बार और सप्ताह भर के लिए होगी।

    इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन सभी डायट, बिपार्ड पटना, बिपार्ड गया और एससीईआरटी समेत अन्य शिक्षण प्रशिक्षण संस्थानों में किया जाएगा। शिक्षा विभाग के मुताबिक यह प्रशिक्षण शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण तकनीकों और शैक्षिक दृष्टिकोणों से अवगत कराएगा, जिससे वे छात्रों को बेहतर ढंग से पढ़ा सकेंगे।

    प्रशिक्षण के बाद शिक्षकों की कार्यक्षमता में भी सुधार होगा। इस प्रशिक्षण में जो शिक्षक शामिल नहीं होंगे, उनके वेतन भुगतान पर रोक लगेगी। साथ ही प्रशिक्षण में हिस्सा नहीं लेने वाले शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई भी होगी।