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    Bihar Politics: पटना के रण को दबंग, शिक्षाविद् और दिग्गज बना रहे रोचक; दिलचस्प हुआ मुकाबला

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 01:46 PM (IST)

    पटना जिले की 14 विधानसभा सीटों पर दलबदलू, शिक्षाविद और दिग्गजों के कारण चुनावी मुकाबला रोचक हो गया है। पटना साहिब और कुम्हरार में नए चेहरे हैं, तो मोकामा में बाहुबलियों के बीच टक्कर है। बिक्रम सीट पर राजग और महागठबंधन दोनों के प्रत्याशी दलबदलू हैं। कुम्हरार में जसुपा के प्रो. केसी सिन्हा ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है।

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    पटना के रण को दबंग, शिक्षाविद् और दिग्गज बना रहे रोचक

    जयशंकर बिहारी, पटना। बिहार में सर्वाधिक 14 विधानसभा सीटें पटना जिला में हैं। इस बार दलबदलुओं के साथ शिक्षाविद और पुराने दिग्गजों ने कई सीटों पर चुनावी रण को रोचक बना दिया है। शहरी मतदाताओं वाले पटना साहिब व कुम्हरार सीट पर सभी दलों ने नए चेहरे पर दांव लगाया है, तो दानापुर से भाजपा ने पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव को मैदान में उतारा है।

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    राजद से जदयू में आए श्याम रजक को फुलवारीशरीफ और कांग्रेस से भाजपा में आए सिद्धार्थ सौरव को बिक्रम सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। जिले की हॉट सीट मोकामा है, जो इस बार भी दो बाहुबलियों के कारण चर्चा के केंद्र में है। राजद से पाला बदलकर आए बाहुबली अनंत सिंह को जदयू ने प्रत्याशी बनाया है तो लोजपा के पूर्व सांसद सूरजभान की पत्नी वीणा देवी राजद के टिकट से मैदान में हैं।

    अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी राजद के टिकट पर उप चुनाव में सूरजभान सिंह के भाई ललन सिंह को मात दी थीं। ललन सिंह भाजपा के सिंबल पर उपचुनाव में उतरे थे। इस बार भी पिछले चुनाव वाले घराने ही मैदान में हैं, लेकिन दल व गठबंधन बदल गया है।

    बाढ़ में भाजपा ने चार बार के विधायक रहे ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू का टिकट काटकर दल के पूर्व जिलाध्यक्ष सियाराम सिंह का दाव खेला है। वहीं, राजद ने कर्मवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया को प्रत्याशी बनाया है। राजद के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश प्रसाद सिंह पाला बदल जन सुराज पार्टी (जसुपा) का टिकट ले आए हैं और लड़ाई को तिकोना बनाने के लिए पसीना बहा रहे।

    बख्तियारपुर सीट से राजद ने विधायक अनिरुद्ध और लोजपा-रामविलास से भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अरुण कुमार तथा जसुपा से जदयू के पूर्व एलएलसी बाल्मीकी सिंह मैदान में हैं। फतुहा सीट पर राजद ने विधायक प्रो. रामानंद यादव, लोजपा आर से नगर परिषद की अध्यक्ष रूपा कुमारी मैदान में हैं।

    कुम्हारार में रोचक होती जा रही लड़ाई:

    पटना साहिब से सात बार के विधायक रहे विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव का टिकट काटकर भाजपा ने रत्नेश कुशवहा पर दाव लगाया है। मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार के नामांकन वापस लेने से भाजपा खेमे ने राहत की सांस ली है। आइआइटी दिल्ली व आइआइएम कोलकाता के पूर्ववर्ती छात्र शशांत शेखर को कांग्रेस ने मैदान में उतारा है।

    कुम्हारा सीट पर लड़ाई को जसुपा के प्रत्याशी प्रो. केसी सिन्हा ने रोचक बना दिया है। वे महशूर गणितज्ञ हैं और पटना साइंस कॉलेज के प्राचार्य के अलावा नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं। यहां से भाजपा ने तीन बार के विधायक अरुण कुमार सिन्हा का टिकट काटकर संजय कुमार गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने पार्षद इंद्रदीप चंद्रवंशी पर दाव खेला है।

    कुम्हारार सीट पर कायस्थ वोटरों की अच्छी संख्या बताई जाती है। भाजपा द्वारा कायस्थ प्रत्याशी नहीं देने से इनमें नाराजगी बताई जा रही है। इसका लाभ कायस्थ प्रत्याशी प्रो. केसी सिन्हा को मिलने की संभावना से जनसुराज खेमा गदगद हैं। भाजपा ने अपनी परंरागत सीट बांकीपुर और दीघा सीट पर क्रमश: निवर्तमान विधायक सह पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और डॉ. संजीव चौरसिया पर भरोसा जताया है, दोनों सीटों पर राजद व भाकपा माले ने नया प्रत्याशी दिया है।

    बांकीपुर से राजद की रेखा देवी व भाकपा माले ने दीघा से पटना वीमेंस कॉलेज की प्राध्यापिका डॉ. दिव्या गौतम को प्रत्याशी बनाया है।

    बिक्रम में दोनों प्रतिद्वंद्वी दल बदल कर आए:

    मनेर सीट पर तीन बार के विधायक भाई विरेंद्र को लोजपा-रामविलास के जितेंद्र कुमार से मुकाबला बताया जा रहा है। वहीं, बिक्रम सीट पर राजग और महागबंधन दोनों के प्रत्याशी दलबदलु हैं। चुनाव से कुछ दिन पहले विधायक सिद्धार्थ सौरव कांग्रेस छोड़कर भाजपा के हो गए। भाजपा के पूर्व विधायक अनिल शर्मा कांग्रेस में चले गए। अब यहां दोनों भिड़े हुए हैं।

    पालीगंज सीट पर भाकपा-माले ने निवर्तमान विधायक डॉ. संदीप सौरव, लोजपा-रामविलस के सुनील यादव और जसुपा के प्रत्याशी श्यामनंदन शर्मा के बीच लड़ाई बताई जा रही है। मसौढ़ी में राजद ने निवर्तमान विधायक रेखा देवी, जदयू के अरुण मांझी के बीच की लड़ाई को जसुपा राजेश्वर मांझी तिकोना करने की जुगत में हैं।

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