Patna News: झारखंड में नौकरी दिलाने के नाम पर विद्यार्थियों से ठगी, FIR दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
पटना सिटी में छात्रों से झारखंड में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि शिवाशीष सेन गुप्ता नामक व्यक्ति ने केंद्रीय विद्यालय में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूली और फर्जी नियुक्ति पत्र दिए। आलमगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।

केंद्रीय विद्यालय संगठन में नौकरी दिलाने दिया था भरोसा। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। आलमगंज व विभिन्न थाना क्ष्रेत्रों में रहनेवाले विद्यार्थियों से झारखंड में अनुबंध पर केंद्रीय विद्यालय संगठन में नौकरी दिलाने के नाम पर कई विद्यार्थियों से मोटी रकम ठगी का मामला प्रकाश में आया है।
प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के सामूहिक बयान पर आलमगंज थाना में प्राथमिकी के बाद नौकरी दिलाने वाले फर्जी गिरोह की तलाश में छापेमारी कर रही है।
आलमगंज थाने की पुलिस ने बताया कि सिंधुआ टोली के छात्र मिशन कुमार, मालसलामी थाना क्षेत्र के नुरुद्दीनगंज के कृष्ण कुमार गिरी तथा खाजेकलां थाना क्षेत्र के गुरहट्टा निवासी प्रेम प्रकाश की ओर से आवेदन मिला है।
छात्रों ने बताया है कि सभी छात्र प्रतियोगिता परीक्षा के लिए सामूहिक तैयारी करते थे। इसी दौरान रामगढ़ झारखंड निवासी परिचित शिवाशीष सेन गुप्ता जो पहले आलमगंज थाना क्षेत्र के पटनदेवी मोहल्ला में रहता था।
वह छात्रों से आकर मिला और बोला कि रामगढ़ में एक पंजीकृत कंपनी से मेरा संपर्क है जो अनुबंध पर सरकारी विभाग में नौकरी दिलाती है। यह कंपनी गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा भी देती है।
आरोपित ने छात्रों को इस बात का भरोसा दिलाया कि उनलोगों को केंद्रीय विद्यालय संगठन रांची झारखंड में कनीय और अवर श्रेणी में नौकरी दिला सकते हैं। इसके लिए परीक्षा और साक्षात्कार भी मैनेज हो जाएगा।
आरोपित ने सभी छात्रों को भरोसे में लेकर फोटो और आधार कार्ड समेत अन्य आवश्यक शैक्षणिक कागजात वाट्सएप पर ले लिया। उसके बाद नौकरी के नाम पर मोटी रकम भी ले लिया।
छात्रों ने बताया कि आरोपित ने नकली और फर्जी नियुक्ति पत्र भेज दिया। इस बात का शक होने पर पूछताछ के दौरान निखिल नामक व्यक्ति से बात कराया और बोला कि वह व्यक्ति केंद्रीय विद्यालय का अधिकारी है।
एक बार जब छात्र लोग नौकरी पर जाने के लिए तैयार हुए तब कहा कि नौकरी से पहले आनलाइन ट्रेनिंग होगी। उसके बाद फर्जीवाडा बढ़ता गया। आरोपित ने एक फेक संगठन का बनाकर नियुक्ति के लिए उस दिन बुलाता जब सरकारी अवकाश होता था।
पूछने पर बोलता था कि तुमलोगों के लिए केंद्रीय विद्यालय के अधिकारी नियुक्ति करने के लिए मौजूद रहेंगे। आलमगंज थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर ने बताया कि प्राथमिकी कर छानबीन की जारी है।

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