'सर! प्लीज मदद कीजिए..', आवाज सुनते ही दौड़ी पटना पुलिस और बच गई महिला का जान
पटना पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक महिला की जान बचाई। महिला ने मदद के लिए गुहार लगाई थी, जिसकी आवाज पुलिस कंट्रोल रूम में सुनाई दी। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और महिला को सुरक्षित बचाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

डायल 112 की टीम ने बचाई महिला की जान। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता, पटना। Dial 112 Emergency: क्राइम कंट्रोल के लिए सक्रिय रहने वाली पुलिस ने एक मानवीय चेहरा पेश किया है।
राजधानी के दीघा में हार्ट अटैक आने के बाद महिला को ससमय अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई। महिला के बेटे ने एंबुलेंस नहीं मिलने पर पुलिस को कॉल किया था।
पटना पुलिस की इस पहल की लोगों ने खूब सराहना की है। लोगों ने कहा कि पुलिस का यह चेहरा समाजिक सरोकार को जीवंत करने वाला है।
दरअसल शुक्रवार देर रात 1.26 बजे दीघा थाने की ईआरवी2 (इमरजेंसी रिस्पॉंस विहिकल) डायल 112 को एक कॉल आया। सूचना मिली कि एक महिला की हालत बहुत खराब है।
पुलिस टीम तत्परता दिखाते हुए पोल्सन रोड स्थित रामकृष्णा अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गई। करीब पांच-सात मिनट में ही पुलिस वहां पहुंच गई। महिला की हालत देखकर पुलिस वालों को अहसास हो गया कि उन्हें हार्ट अटैक आया है।
सूचना के पांच-सात मिनट के अंदर पहुंची पुलिस
इसके बाद प्राथमिक सहायता प्रदान दी गई। पुलिस टीम की तत्पर एवं व्यवस्थित कार्यवाही करते हुए प्रभावित महिला को पीएमसीएच की इमरजेंसी में भर्ती करवाया। समय पर मिले उपचार से उन्हें तत्काल राहत मिली।
बताया जाता है कि रात में 65 वर्षीय महिला को हार्ट अटैक आया था। इसके बाद उनके बेटे ने पहले एंबुलेंस बुलाने का प्रयास किया। इसमें सफलता नहीं मिली तो अचानक उन्हें डायल 112 का ख्याल आया।
इसके बाद उन्होंने डायल 112 पर कॉल किया, जिससे समय पर महिला को चिकित्सकीय सहायता मिली और उनकी जान बच सकी।
डायल 112 की सुविधा बेहद प्रभावी हो रही है। कई बार यह टीम समय पर पहुंचकर हादसों में मदद पहुंचाती रही हैं। सड़क दुर्घटना, अगलगी, अपराध जैसी घटनाओं पर यह टीम तेजी से रिस्पाॅंस करती है।
बिहार पुलिस की डायल 112 की गाड़ी में कई सुविधाएं हैं। इनमें मोबाइल डाटा टर्मिनल, डिस्प्ले सिस्टम, रूट मैप ट्रैक की सुविधा भी है।

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