अभ्यर्थियों से पैसे ऐंठने वाले मास्टरमाइंड राज किशोर को गिरफ्तार, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक का मुख्य सरगना था आरोपी
पटना में सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने राजकिशोर कुमार को गिरफ्तार किया है जो दो साल से फरार था। वह संजीव मुखिया के साथ मिलकर पेपर लीक गिरोह चला रहा था और छात्रों से पैसे वसूलता था। उसके पास से कई प्रतियोगी परीक्षाओं के एडमिट कार्ड और बैंक खाते में करोड़ों रुपये मिले हैं। संजीव मुखिया पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस में 21 हजार से अधिक पदों के लिए वर्ष 2023 में आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने पटना के सिपारा के पास जयप्रकाश नगर से राजकिशोर कुमार को गिरफ्तार किया है। वह दो साल से फरार था, जिसके बाद पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया था। वह जयप्रकाश नगर स्थित अपनी बहन के किराए के मकान में छिपा हुआ था।
ईओयू अधिकारियों के अनुसार, राजकिशोर, संजीव मुखिया की तरह पेपर लीक गिरोह के मास्टरमाइंडों में से एक था। वह प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से पैसे वसूलता था।
जांच के दौरान ईओयू को 21 अभ्यर्थियों से प्रति अभ्यर्थी दस लाख रुपये वसूलने की भी जानकारी मिली है। उसके बैंक खाते में भी करीब डेढ़ करोड़ की रकम मिली है। खातों की जांच में पता चला है कि उसने नौबतपुर के सोनू के माध्यम से संजीव मुखिया को पैसे भेजे थे।
कई प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले
ईओयू को राजकिशोर के पास से मोबाइल फोन के साथ सीटीईटी, बिजली विभाग, सिपाही भर्ती आदि कई प्रतियोगी परीक्षाओं की लिखित परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं। इसमें अभ्यर्थियों के नाम, जिला, रोल नंबर, जन्मतिथि, परीक्षा तिथि, बुकलेट नंबर की सूची जब्त की गई है। राजकिशोर पहले भी परीक्षा में धांधली में पकड़ा जा चुका है।
सिपाही भर्ती में अवैध तरीके से परीक्षा पास कराने के मामले में अरवल पुलिस ने उसे 2023 में वॉकी-टॉकी और ब्लूटूथ के साथ गिरफ्तार किया था। इस संबंध में उसके खिलाफ अरवल थाने में मामला भी दर्ज है। वह मूल रूप से अरवल के करपी थाना अंतर्गत बख्तरी गांव का निवासी है।
मालूम हो कि सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में इसी साल अप्रैल में ईओयू ने मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को दानापुर से गिरफ्तार किया था। वह इस मामले में फिलहाल जेल में है। पेपर लीक में अब तक 32 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
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