Rohini Acharya के लालू परिवार छोड़ने पर सियासी बयानबाजी तेज, BJP नेता ने कहा- ये सत्ता की लड़ाई
बिहार में राजद की हार के बाद लालू परिवार में कलह बढ़ गई है। रोहिणी आचार्य ने परिवार और पार्टी से नाता तोड़ लिया है, जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। भाजपा के कुछ नेताओं ने इसे सत्ता की लड़ाई करार दिया है और परिवारवाद का आरोप लगाया है। अन्य नेताओं ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

लालू परिवार में दरार। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में राजद की करारी हार के बाद लालू परिवार में कलह तेज हो गई है। लालू-राबड़ी की बेटी रोहिणी आचार्य ने पार्टी और परिवार से नाता तोड़ लिया है। इसके लिए उन्होंने राजद के राज्यसभा सांसद संजय यादव पर गंभीर आरोप लगाया है। रोहिणी के आरोपों के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। बीजेपी नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसे 'सत्ता की लड़ाई' करार दिया है। NDA के और भी नेताओं के भी बयान सामने आए हैं।
सिरसा ने कहा, "रोहिणी आचार्य के इस्तीफे से वही बात स्पष्ट हो गई है, जो भाजपा बार-बार कहती रही है कि वहां परिवारवाद है, उनकी लड़ाई केवल सत्ता के लिए है, राजद में बिहार के विकास की कभी लड़ाई नहीं थी, ये बात स्पष्ट हो गई है। यह बहुत दुख की बात है कि जिन लोगों ने सालों तक शासन किया, उनके मन में कभी देश के लिए कोई भावना नहीं थी।"
बिहार चलाने की बात करने वाले, परिवार भी नहीं चला पा रहे: मनोज तिवारी
'जब महत्वाकांक्षा हावी हो जाए तो...'
HAM (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने कहा कि ये उनका अंदरूनी मामला है। कहते हैं बुरे वक्त में अपने भी साथ छोड़ देते हैं और जब महत्वाकांक्षा हावी हो जाए, तो परिवार में भी कलह होती है। जनता ने जो जनादेश दिया है, उसे सभी को स्वीकार करना चाहिए, चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष।
बीजेपी अध्यक्ष ने लालू-राबड़ी से की ये अपील
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने कहा मैं उस पारिवार के मामले में ज़्यादा कुछ नहीं कहना चाहता, लेकिन लालू यादव और राबड़ी देवी से अनुरोध करूंगा कि परिवार को इस तरह नहीं बिखरना चाहिए। यह ठीक नहीं है कि रोहिणी आचार्य, जिन्होंने अपनी किडनी देकर लालू यादव की जान बचाई, उन्हें आज यह दिन देखना पड़ रहा है।

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