Bihar News: बीमा भारती पर अब और भी बड़ी मुसीबत... जानिए, कैसे अपने ही बुने जाल में फंसी पूर्व मंत्री Bima Bharti; EOU के सबूत से हुईं परेशान
Bihar News बिहार की पूर्व मंत्री बीमा भारती पर जांच का शिकंजा कस गया है। ईओयू की पूछताछ में वह कई सवालों का जवाब नहीं दे पाई। आर्थिक अपराध इकाई पूर्व मंत्री के खिलाफ हार्स ट्रेडिंग की जांच कर रही है। वह जिस वाहन से बंगाल पूजा के लिए गयी थी पूछताछ के क्रम में उसके चालक का नाम तक भूल गयी।

राजीव कुमार, पूर्णिया। Bihar News रूपौली की पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री बीमा भारती (Bima Bharti) अपने ही बुने जाल में फंस गयी है। 12 फरवरी 2024 को नीतीश सरकार के विश्वासमत हासिल करने के दौरान रहस्यमयी ढंग से गायब हुई बीमा भारती के हार्स ट्रैडिग मामले की जांच राज्य की आर्थिक अपराध इकाई कर रही है। इसको लेकर पूर्व मंत्री बीमा भारती को आर्थिक अपराध इकाई ने पूछताछ के लिए 12 जुलाई 2025 को नोटिस भेजा था।
इसमें पूछताछ के लिए आर्थिक अपराध इकाई के समक्ष 21 जुलाई को उपस्थित होने को कहा गया था मगर पूर्व मंत्री बीमा भारती 30 जुलाई को आर्थिक अपराध में पूछताछ के लिए पहुंची। वहां बीमा भारती आर्थिक अपराध इकाई के कई सवालों का जवाब नहीं दे पायी। कुछ सवालों का जवाब भी दिया लेकिन आर्थिक अपराध इकाई इससे संतुष्ट नहीं हुई।
नीतीश सरकार के विश्वास मत के ऐन मौके पर पूर्व मंत्री बीमा भारती गायब हो गयी थी। उसके बाद जिस दिन सरकार को विश्वास मत हासिल करना था उस दिन काफी देर बाद वह विधानसभा पहुंची थी। जब बीमा भारती गायब हुई थी तो उनको लेकर यह सवाल उठाया गया था कि कहीं मामला हार्स ट्रेडिग से तो नहीं जुड़ा हुआ है।
इसके बाद इस मामले की जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई को सौंपा गया था। बाद में पूर्व मंत्री बीमा भारती ने पाला बदल लिया और राजद में शामिल हो गयी। उसके बाद उन्होंने रूपौली विधायक पद से इस्तीफा देकर पूर्णिया से राजद प्रत्याशी के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ी जिसमें उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा।
अपने चालक का नाम पता भूल गयी पूर्व मंत्री
पूछताछ के दौरान बीमा भारती से आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों द्वारा जब यह पूछा गया कि उस दौरान वे कहां गयी थी तो पूर्व मंत्री ने बताया कि वे बंगाल माता रानी की पूजा के लिए गयी हुई थी। ईओयू ने जब पूछा कि वे बंगाल किस संसाधन का उपयोग कर गयी थी और अंगरक्षक क्यों नही गया तो पूर्व मंत्री ने बताया कि इस दौरान अंगरक्षक अवकाश पर था और वे चार पहिया वाहन से पूजा के लिए बंगाल गयी थी। वाहन चालक का नाम और मोबाइल नंबर पूर्व मंत्री को याद नहीं था और ना ही चालक का कोई पता वे बता पायी। पूछताछ में चालक के संबंध में इतना जरूर बताया कि हृदयाघात से उसकी मौत हो चुकी है।
तकनीकी साक्ष्य दिखाने के बाद पलटी पूर्व मंत्री
आर्थिक अपराध की जो टीम पूर्व मंत्री से पूछताछ कर रही थी, उसने जब बंगाल के बदले पूर्व मंत्री के रांची एवं हजारीबाग के होटल में मौजूद रहने का तकनीकी साक्ष्य दिखाया तो पूर्व मंत्री अपने बयान से पलट गयी और कहा कि भूख लग जाने के कारण वे नाश्ता के लिए होटल में गयी थी। अपने जवाब से पूर्व मंत्री बीमा भारती आर्थिक अपराध इकाई को संतुष्ट नहीं कर पायी।
तकनीकी साक्ष्य में आर्थिक अपराध इकाई ने हजारीबाग एंव रांची के होटल पहुंचने एवं वहां जितना समय बिताया उसका तकनीकी साक्ष्य पहले ही जुटा रखा था। आर्थिक अपराध इकाई ने पूर्व मंत्री से कुछ लोगों के संबंध में पूछा लेकिन पूर्व मंत्री ने उनके संबंध में किसी तरह की जानकारी से पूरी तरह से इंकार किया।
बताया जाता है कि आर्थिक अपराध इकाई कि पूर्व मंत्री बीमा भारती से चार घंटे तक पूछताछ चली। पूर्व मंत्री आर्थिक अपराध इकाई की टीम से बार- बार यही कहती रही कि उन्हें इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। बताया जाता है कि पूछताछ से अंसतुष्ट आर्थिक अपराध इकाई एक बार फिर से पूर्व मंत्री को पूछताछ के लिए बुला सकती है।
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