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    Poornia News: जिले के 95 प्रतिशत गांव ओडीएफ प्लस घोषित, 772 आदर्श ग्राम

    Updated: Sun, 10 Aug 2025 11:59 AM (IST)

    लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत पूर्णिया जिले के 95% गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित कर दिया गया है। 1042 में से 992 गांवों को यह दर्जा मिला है जिनमें 772 आदर्श गांव हैं। इस योजना में कचरा प्रबंधन तरल अपशिष्ट प्रबंधन और हर घर में शौचालय की सुविधा शामिल है। डीडीसी ने सभी बीडीओ को ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम पंचायत बनाने का निर्देश दिया है।

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    पूर्णिया जिले के 95% गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित कर दिया गया है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पूर्णिया। लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत जिले के हर गांव को ओडीएफ प्लस बनाने के लिए विभाग प्रयासरत है। हालांकि अभियान से गांवों की स्थिति में सुधार जरूर हुआ है, लेकिन लोगों में अभी भी जागरूकता की जरूरत है।

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    इस बीच विभाग द्वारा 95 प्रतिशत गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित किया जा चुका है। जिला जल एवं स्वच्छता समिति के जिला समन्वयक रंजीत कुमार ने बताया कि जिले के 1042 गांवों में से 992 गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जिले के हर प्रखंड को ओडीएफ प्लस के रूप में विकसित करना है।

    अब तक 992 गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित किया जा चुका है और उनमें से 772 को आदर्श गांव का दर्जा दिया गया है। मालूम हो कि ओडीएफ प्लस मॉडल के तहत कचरा प्रबंधन, तरल अपशिष्ट प्रबंधन, गांव के हर घर में और सामुदायिक भवन में शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराई जानी है।

    पंचायतों को चरणबद्ध तरीके से ओडीएफ प्लस बनाया जाना है। ओडीएफ प्लस मॉडल के तहत गांव के हर घर में शौचालय की सुविधा जरूरी है। स्कूल, आंगनबाड़ी और पंचायत भवन में पुरुषों और महिलाओं के लिए शौचालय, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, तरल अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधा हो और गांव गंदगी से मुक्त और स्वच्छ हो। इसी मानक के आधार पर गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित किया जाता है।

    बता दें कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के पहले चरण में सभी को शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराते हुए ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया था। दूसरे चरण में पहले चरण के दौरान खुले में शौच से मुक्त घोषित ग्राम पंचायतों को स्थायित्व प्रदान किया जाना है।

    पहले चरण के दौरान छूटे हुए परिवारों और नए परिवारों को शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराते हुए, ओडीएफ स्थायित्व प्रदान करते हुए, ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन को चरणबद्ध तरीके से लागू करते हुए सभी ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस बनाया जाना है।

    डीडीसी ने सभी बीडीओ को दिया निर्देश

    उप विकास आयुक्त चंद्रिमा अत्री ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को चयनित पंचायतों को ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम पंचायतों में तब्दील करने का निर्देश दिया है।

    बता दें कि इस मामले में स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव योजना के तहत अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई के निर्माण के लिए उप विकास आयुक्त ने ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम पंचायत अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यान्वयन के लिए लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के दूसरे चरण में ग्राम पंचायतों में ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए कार्य योजना तैयार कर संपूर्ण स्वच्छता कवरेज के लिए पंचायतों का चयन किया है।

    ठोस और तरल के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। स्वच्छ गांव समृद्ध गांव अभियान का दूसरा चरण चल रहा है। जिले में स्वच्छ गांव समृद्ध गांव अभियान का दूसरा चरण चल रहा है। डीडीसी ने अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई के लंबित कार्य को मिशन मोड में पूरा करने का निर्देश दिया है।

    सक्षम बिहार से स्वावलंबी बिहार के तहत सात निश्चय पार्ट टू में लक्षित स्वच्छ गांव, समृद्ध गांव के उद्देश्य को प्राप्त करना है इसके लिए सूचना, शिक्षा और संचार के माध्यम से समुदायों के व्यवहार में परिवर्तन, नए परिवारों और छूटे हुए परिवारों तक व्यक्तिगत शौचालय की पहुंच और चरणबद्ध तरीके से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के माध्यम से सभी गांवों को ओडीएफ प्लस बनाना होगा।

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