Bihar Bhumi Batwara: पुश्तैनी संपत्ति का करना है बंटवारा तो ये है सबसे सही मौका, आसानी से हो जाएगा काम
बिहार भूमि सर्वेक्षण 2024 के दौरान पुश्तैनी संपत्ति का बंटवारा करने का यह सबसे अच्छा मौका है। जिन लोगों के पास जमीन की ऑनलाइन रसीद है और वे उस पर कब्जा कर रहे हैं उन्हें कोई दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं है। सर्वे के दौरान ही बंटवारे को मान्यता मिल जाएगी और नया खतियान भी उसी हिसाब से तैयार हो जाएगा।
संवाद सूत्र, तिलौथू (रोहतास)। Bihar Bhumi Survey 2024 यहां चल रहे जमीन सर्वे के दौरान कई रैयत जमीन के दस्तावेजों को लेकर परेशान है, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिन्हें दस्तावेज देने की जरूरत नहीं है। प्रखंड मुख्यालय स्थित ई-कृषि भवन सभागार में गुरुवार को जनप्रतिनिधि एवं आमजन के साथ बैठक के दौरान अंचलाधिकारी हर्ष हरि ने यह बातें कही।
उन्होंने बताया कि जिन लोगों का जमीन पर कब्जा है और उनकी ऑनलाइन रसीद कट रही है, उन्हें किसी प्रकार के दस्तावेज दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी। ऐसे लोग पूरी तरह निश्चित रह सकते हैं।
'जिन लोगों की ऑनलाइन रसीद कर रही...'
सीओ ने बताया कि सर्वे अमीन को निर्देश दिया गया है कि जिन लोगों की जमीन की ऑनलाइन रसीद कट रही है और उनका उसपर कब्जा है तो उनसे किसी तरह के कागजात मांगने की जरूरत नहीं है। इन भूखंडों का सीमांकन कर सर्वे में रिकॉर्ड ऐप पर जो नाम दिखाई देंगे उन्हीं को दर्ज किया जाएगा।
इसके अलावा, यदि आपकी जमीन की ऑनलाइन रसीद मौजूद है तो आपको अतिरिक्त दस्तावेज दिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
शेड्यूल बनाकर कर लें पुश्तैनी संपत्ति का बंटवारा:
जिन परिवारों में अभी तक पैतृक संपत्ति के बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई है। वह सर्वे के दौरान आसानी से बंटवारा कर सकते हैं। अगर सभी पक्ष आपसी सहमति से अपनी जमीन का बंटवारा करके शेड्यूल बनाकर हस्ताक्षरित आवेदन सर्वे टीम को देते हैं, तो सर्वे के दौरान ही उस बंटवारे को मान्यता मिल जाएगी और नया खतियान भी उसी हिसाब से तैयार हो जाएगा।
70 प्रतिशत मामलों में नहीं है कोई विवाद:
अंचल के एक कर्मचारी ने बताया कि यहां 70 प्रतिशत मामलों में किसी प्रकार का विवाद नहीं है और ऐसे जमीन मालिकों को सर्वे के दौरान कोई परेशानी नहीं होगी। कई लोग अपनी पुश्तैनी जमीन का बंटवारा नहीं कर पाए हैं और आपसी सहमति से जमीन का उपयोग कर रहे हैं, ऐसे लोगों को भी कोई परेशानी नहीं होगी। बैठक में प्रखंड प्रमुख कामता सिंह, उप प्रमुख नागेंद्र पासवान, किसान प्रेम कुमार समेत अन्य मौजूद थे।