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    Bihar Election 2025: सासाराम में नामांकन के बाद राजद प्रत्याशी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, क्या है पूरा मामला?

    Updated: Mon, 20 Oct 2025 05:14 PM (IST)

    सासाराम में नामांकन के बाद राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी से सनसनी फैल गई है। माना जा रहा है कि किसी पुराने मामले में वारंट के चलते यह कार्रवाई हुई है। पुलिस ने अभी तक गिरफ्तारी के कारणों का खुलासा नहीं किया है। सत्येंद्र साह पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं और उनकी पत्नी भी मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं। इस घटना से क्षेत्र में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।

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    राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को गिरफ्तार कर लिया गया

    जागरण संवाददाता, सासाराम/रोहतास। नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को अनुमंडल कार्यालय में नामांकन पर्चा भरने के बाद सासाराम विधानसभा क्षेत्र के महागठबंधन के राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को गिरफ्तार कर लिया गया है।

    जानकारी के अनुसार सत्येंद्र साह गढ़वा में कांड संख्या 320/2004 में आरोपित थे। सत्येंद्र साह के विरुद्ध आइपीसी की धारा 395, 397 एवं 120 बी के तहत मामला दर्ज है। इस मामले में वे फरार चल रहे थे। इस मामले में गढ़वा व्यवहार न्यायालय से पहले से ही वारंट जारी था। गढ़वा के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने भी इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है।

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    21 साल पुराना है मामला 

    बताया जा रहा है कि 21 वर्ष पुराने मामले में न्यायालय से निर्गत वारंट के तामिला के लिए गढ़वा पुलिस ने रोहतास जिले के करहगर थाना पुलिस से संपर्क में थी। आज सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी की तैयारी में सासाराम में निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय परिसर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात थी।

    सासाराम विधानसभा क्षेत्र से राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को रोहतास जिले के करहगर थाना पुलिस ने उस वक्त दबोच लिया, जब वे नामांकन दाखिल कर बाहर निकल रहे थे। इसके बाद करहगर थाना पुलिस ने आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर सत्येंद्र साह को गढ़वा पुलिस को सौंप दिया।

    इसके बाद गढ़वा पुलिस ने उन्हें लेकर गढ़वा आ गई है। इधर, गढ़वा में भी राजनीतिक हल्कों इस गिरफ्तारी को लेकर चर्चा हो रही है। माना जा रहा है कि इस घटना से सासाराम में महागठबंधन को झटका लगा है।

    इससे एक तरफ मतदाताओं में गलत संदेश जाएगा, जबकि जमानत मिलने तक प्रचार अभियान में भी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

    2010 में लड़ा था चुनाव

    बताते चले कि‌ वर्ष 2010 के चुनाव में सत्येंद्र साह ने कांग्रेस (जे ) के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे । वर्ष 2010 के चुनाव में सत्येंद्र साह को छह हजार से अधिक वोट आए थे। वहीं लगभग तीन वर्ष पूर्व सत्येंद्र साह ने अपनी पत्नी को नगर निगम सासाराम से मेयर का चुनाव लड़ाया था।

    बताया जाता है कि डेढ़ दशक पूर्व सत्येंद्र साह के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे। नामांकन के दौरान अनुमंडल कार्यालय परिसर भारी संख्या में पुलिस बल और अधिकारियों की तैनाती को देखते हुए इस बात का कयास लगाया जा रहा था।

    संभावना जताई जा रही थी कि नामांकन करके बाहर निकलते ही राजद प्रत्याशी की गिरफ्तारी हो जाएगी। प्रत्याशी के गिरफ्तारी के बाद शहर में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।