राेहतास में छठ पर गमगीन हुआ माहौल, नदी में डूबने से दो बच्चों की मौत और एक लापता
बिहार के रोहतास जिले में छठ पूजा के दौरान एक हृदयविदारक घटना घटी। नदी में डूबने से दो बच्चों की जान चली गई, जबकि एक बच्चा लापता है। इस दुर्घटना के कारण पूरे क्षेत्र में मातम छा गया है और छठ पर्व की खुशियां दुख में बदल गई। लापता बच्चे की खोज जारी है।

नदी में डूबने से दो बच्चों की मौत। (जागरण)
जागरण टीम, सासाराम (रोहतास)। जिले के विभिन्न भागों में रविवार को पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। जबकि एक 10 वर्षीय बालक लापता है। घटना के बाद से स्वजनों में कोहराम मचा है और छठ के उत्सव में माहौल गमगीन हो गया है।
पहली घटना करगहर थाना क्षेत्र के भोखरी पंचायत अंतर्गत रसूलपुर गांव में हुई जहां रविवार की शाम नहर करहा में डूबने से एक चार वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। मृतक महेश सिंह का चार वर्ष पुत्र शुभम बताया जाता है। थानाध्यक्ष कमलनयन पांडेय ने बताया कि बच्चा घूमते घूमते नहर करहा के किनारे चला गया, जिसमें पैर फिसलने से डूबकर उसकी मौत हो गई।
खोजबीन के बाद करहा से शव बरामद किया गया। मृतक के पिता बाहर काम करते हैं। घर पर केवल मां रहती है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अन्त्यपरीक्षण के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया।
दूसरी ओर नौहट्टा थाना क्षेत्र के सिंहपुर सोन नदी मे नहाने के दौरान रामदेव प्रजापति की बेटी का दस वर्षीय पुत्र डुब गया है। स्वजन के अनुसार बालक दिन में 12 बजे घर से निकला था। शाम तक नही लौटा तो खोजबीन शुरू हुई। सोन नदी किनारे से उसका कपड़ा मिला है। उसकी खोजबीन की जा रही है लेकिन रात में ढूंढने में परेशानी हो रही है।
वहीं, सूर्यपुरा थाना क्षेत्र के काव नदी में डूबने से एक किशोर की मौत होने की सूचना है। जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के चवरिया गांव में रविवार को छठ पर्व की तैयारी के बीच दर्दनाक हादसा हो गया। गांव से गुजर रही काव नदी में डूबने से एक 15 वर्षीय किशोर की मौत हो गई।
थानाध्यक्ष चंदन कुमार भगत ने बताया कि चवरिया निवासी जयराम सिंह का पुत्र मंजीत कुमार घर में हो रहे छठ व्रत को लेकर नदी तट पर घाट बनाकर स्नान कर रहा था। इसी दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। साथ में मौजूद बच्चों और युवकों ने शोर मचाया तो स्थानीय गोताखोरों ने अथक प्रयास के बाद उसे बाहर निकाला।
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे और स्वजनों की मदद से मंजीत को बिक्रमगंज के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। ग्रामीणों ने बताया कि मंजीत तीन बहनों के बीच एकलौता भाई था। घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

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