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    Bihar News : शिक्षक ही खोलेंगे अपने हेडमास्टर और साथी की पोल, विभाग ने एक तीर से दो निशाने साधने की बनाई योजना

    Updated: Fri, 22 Aug 2025 06:12 PM (IST)

    शिक्षकों की अनियमित उपस्थिति पर शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाई है। हाजिरी लगाकर गायब रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी जिसके लिए टोल फ्री नंबर 14417 और 18003454417 जारी किए गए हैं। शिकायतकर्ता का नाम गुप्त रखा जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यालय से मिले निर्देशों का पालन किया जाएगा।

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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। Bihar News: जिले के सरकारी विद्यालयों में कार्य अवधि में शैक्षणिक गतिविधियों की अनिवार्यता एवं अनुशासन बनाए रखने के लिए शिक्षा विभाग गंभीर हो गया है। विद्यालयों में कई बार निरीक्षण सहित अन्य जांच के दौरान शिक्षकों के समय से उपस्थित नहीं होने की शिकायत मिलती है।

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    कई शिक्षक उपस्थिति बनाकर चले जाते हैं। फिर शाम में आकर उपस्थिति बनाते हैं। इसको लेकर अब शिक्षा विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है। विद्यालय में हाजिरी लगाकर गायब रहने वाले प्रधानाध्यापक, प्रधान शिक्षक एवं शिक्षकों पर कार्रवाई होगी।

    इसके लिए विभागीय काल सेंटर का टाल फ्री नंबर 14417 एवं 18003454417 जारी किया गया है। शिकायत की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इससे विद्यालय में शैक्षणिक वातावरण एवं अनुशासन सुनिश्चित हो सकेगी।

    प्रधान शिक्षक एवं प्रधानाचार्य को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे शिक्षकों के बारे में जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी को देंगे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. एस सिद्धार्थ ने इसको लेकर पत्र जारी किया है।

    एसीएस ने शिक्षकों की तरह प्रधान शिक्षकों-प्रधानाचार्यों के भी स्कूलों में उपस्थिति की मानीटरिंग का तरीका इजाद किया है। शिक्षकों से कहा है कि यदि उनके विद्यालय के प्रधानाचार्य, प्रधान शिक्षक या अन्य शिक्षक इस तरह का कृत्य करते हैं, तो उसकी सूचना सीधे डीईओ को दें।

    डीईओ को सख्त निर्देश है कि यदि कोई शिक्षक इस तरह की गड़बड़ी की सूचना देते हैं तो उनके नामों को पूरी तरह गुप्त रखा जाए। साथ ही संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया की जाएगी।

    शिकायतकर्ता का नाम नहीं होगा सार्वजनिक

    शिक्षा विभाग के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि इस व्यवस्था के पीछे का उद्देश्य है कि जो शिक्षक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें चिह्नित किया जा सके।

    सूचना गुप्त रखने के लिए इस कारण कहा गया है कि गड़बड़ी करने वाले लोगों का नाम उजागर करने के बाद संबंधित व्यक्ति सूचना देने वाले व्यक्ति को किसी तरह का नुकसान न पहुंचा सके। डीईओ को इसे लेकर सख्त निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी शिकायतकर्ता का नाम सार्वजनिक न हो पाए।

    शिक्षा मुख्यालय द्वारा जो दिशा-निर्देश एसीएस के माध्यम से मिला है, उसका अनुपालन किया जाएगा। इसको लेकर जिला स्तर पर भी स्कूलों को निर्देश के बारे में जानकारी दी गई है।

    कामेश्वर प्रसाद गुप्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी, समस्तीपुर

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