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    Bihar Politics: रोसड़ा में महागठबंधन में दरार, जन सुराज से भी हुए बागी

    Updated: Fri, 17 Oct 2025 06:58 PM (IST)

    रोसड़ा विधानसभा क्षेत्र में भाकपा उम्मीदवार लक्ष्मण पासवान के नामांकन से महागठबंधन में दरार आ गई है। जन सुराज से बागी राजेश पासवान ने भी निर्दलीय पर्चा भरा है। कांग्रेस के ब्रजकिशोर रवि पहले ही नामांकन कर चुके हैं। भाकपा का कहना है कि स्थानीय मांग पर लक्ष्मण पासवान उतरे हैं, जबकि राजेश पासवान ने भी क्षेत्रवासियों के आग्रह पर निर्दलीय नामांकन किया है। जन सुराज के रोहित कुमार भी मैदान में हैं, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया है।

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    रोसड़ा में महागठबंधन में दरार, जन सुराज से भी हुए बागी

    संवाद सहयोगी, रोसड़ा। रोसड़ा विधानसभा से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार के रूप में लक्ष्मण पासवान के नामांकन करते ही रोसड़ा में महागठबंधन में दरार स्पष्ट दिखने लगा है। जन सुराज से बागी बने राजेश पासवान ने भी निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामजदगी का पर्चा दाखिल किया है।

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    बताते चलें कि रोसड़ा विधानसभा सीट महागठबंधन में कांग्रेस के खाते में जाने के बाद पार्टी द्वारा अधिकृत प्रत्याशी ब्रजकिशोर रवि एक दिन पूर्व गुरुवार को ही अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं।

    दूसरे दिन महागठबंधन के घटक दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से नामजदगी का पर्चा दाखिल होते ही राजनीतिक गलियारो में चर्चा तेज हो गई है।

    इस संबंध में भाकपा जिला सचिव सुरेन्द्र कुमार सिंह मुन्ना ने भाकपा को महागठबंधन शामिल रहने की हामी भरते हुए कहा कि क्षेत्र के लोगो द्वारा स्थानीय प्रत्याशी को मैदान में उतारने की मांग पर पार्टी से लक्ष्मण पासवान ने नामजदगी का पर्चा दाखिल किया है।

    वे पार्टी के नगर सचिव के साथ नगर परिषद के वार्ड 12 के पार्षद भी हैं। रोसड़ा विधानसभा से जन सुराज के दावेदार रहे राजेश पासवान ने भी अपना बागी तेवर दिखाते हुए शुक्रवार को निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है। उन्होंने भी क्षेत्रवासियों के आग्रह पर चुनावी मैदान में उतरना बताया है।

    बताते चलें कि गुरुवार को जन सुराज पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में रोहित कुमार अपनी उम्मीदवारी दर्ज करा चुके हैं।

    अनुमंडल कार्यालय के बाहर जुटे क्षेत्रवासियों की भीड़ के साथ ही राजनितिक गलियारों में भी उक्त चर्चा जारी है। कई राजनितिक पंडित इस पर समीक्षा व विवेचना करते हुए महागठबंधन के वरिष्ठ नेताओं के प्रयास से एकजुटता की संभावना भी जता रहे हैं।