Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    समस्तीपुर में एनडीए का स्ट्राइक रेट 100 तो उजियारपुर में 60 प्रतिशत, बागियों ने बिगाड़ा 'खेल'

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 02:26 PM (IST)

    समस्तीपुर में एनडीए का स्ट्राइक रेट 100% रहा, जबकि उजियारपुर में यह 60% रहा। उजियारपुर में एनडीए को तीन सीटों का नुकसान हुआ, जिसका मुख्य कारण भाजपा और लोजपा के बागी उम्मीदवार थे। 2015 में महागठबंधन ने 10 में से 10 सीटें जीती थीं, लेकिन 2020 में जदयू और भाजपा ने मिलकर पांच सीटें जीतीं। राजद को नुकसान हुआ और माले व कांग्रेस खाता नहीं खोल पाई।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद जीत-हार की समीक्षा का क्रम अभी भी जारी है। समीक्षक अभी भी लोकसभा से वार्ड तक में मतों के अंतर को खंगलाने में लगे हैं। समीक्षकों की मानें तो समस्तीपुर लोकसभा में एनडीए का स्ट्राइक रेट 100 फीसदी रहा तो उजियारपुर में महज 60 परसेंट।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उजियारपुर में एनडीए को तीन सीट का नुकसान हुआ तो समस्तीपुर में पांच की पांच विधानसभा जीत गई। उजियारपुर लोकसभा की विभूतिपुर में माकपा ने अपनी परंपरागत सीट पर कब्जा बरकरार रखा तो मोरवा और उजियारपुर में भी राजद अपनी सीट पर काबिज रही। इस हार के पीछे भी भाजपा और लोजपा के बागी उम्मीदवार ही कारण बने।

    भाजपा बागी बने इन उम्मीदवारों को समझा नहीं सकी, जबकि यहां के सांसद नित्यानंद राय हैं। हां अंतिम समय में पार्टी ने इनको निष्कासित अवश्य किया, लेकिन तबतक देर हो चुकी थी। 2025 के चुनाव में राजग गठबंधन में जदयू, भाजपा और रालोमा चुनाव लड़ी। समस्तीपुर लोकसभा की सभी सीट जीती।

    समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा सीट है। इसमें समस्तीपुर, वारिसनगर, रोसड़ा, कल्याणपुर, हायाघाट और कुशेश्वरस्थान है।इन सभी सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज की। इसमें दो पर भाजपा और चार पर जदयू के प्रत्याशी जीते। उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में भी छह सीट है।

    इसमें उजियारपुर, विभूतिपुर, मोरवा, सरायरंजन, मोहिउद्दीनगर और पातेपुर विधानसभा है। इसमें उजियारपुर, विभूतिपुर, मोरवा में एनडीए पराजित हो गई। इन तीनों सीटों पर भाजपा और लोजपा के बागियों ने ही एनडीए का खेल बिगाड़ दिया। जबकि सरायरंजन से जदयू के विजय कुमार चौधरी, मोहिउद्दीनगर से भाजपा के राजेश कुमार सिंह और पातेपुर से लखेंद्र कुमार चुनाव जीत गए।

    2015 के चुनाव में महागठबंधन के साथ थी जदयू

    2015 के विधानसभा चुनाव में जब राजद, जदयू और कांग्रेस एक साथ महागठबंधन के साथ खड़ी थी तो जिले की 10 सीटों में से राजद तीन, जदयू छह और कांग्रेस एक सीट पर विजयी हुई थी। उस समय राजग का यहां खाता भी नहीं खुला था। राजद को समस्तीपुर, उजियारपुर और मोहिउद्दीनगर सीट पर जीत हासिल हुई थी।

    2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू और भाजपा एक साथ राजग गठबंधन में चुनाव लड़ी थी। जिले की 10 सीटों में से जदयू तीन और भाजपा दो सीट पर विजयी हुई थी। जदयू को समस्तीपुर, सरायरंजन, मोरवा, विभूतिपुर, वारिसनगर, कल्याणपुर, हसनपुर सीट मिली थी। जबकि, भाजपा को तीन सीट, लेकिन जदयू को कल्याणपुर, सरायरंजन और वारिसनगर सीट पर ही विजय मिली।

    वहीं शेष सीट पर उसे हार कर सामना करना पड़ा। भाजपा को जिले में तीन सीट मिली। इसमें से भाजपा ने मोहिउद्दीनगर और रोसड़ा सीट पर विजय प्राप्त की। जबकि, उजियारपुर सीट वह हार गई।

    राजद को नुकसान, माले व कांग्रेस खोल नहीं पाई खाता

    2025 के विधानसभा चुनाव में राजद समस्तीपुर जिले की दो जीती सीट हार गई। इस बार राजद ने छह सीट पर चुनाव लड़ा। इसमें सिर्फ दो सीट उजियारपुर व मोरवा पर जीत मिली। जबकि समस्तीपुर, हसनपुर व सरायरंजन सीट का नुकसान हो गया। माकपा ने दूसरी बार भी विभूतिपुर सीट पर जीत दर्ज की। कांग्रेस ने रोसड़ा और माले ने कल्याणपुर व वारिसनगर की सीट पर दूसरी बार भी हार का सामना करना पड़ा।