गुवाहाटी में छिपा था हत्यारा, समस्तीपुर की गुड़िया को गोली मारकर किया था कत्ल
समस्तीपुर में गुड़िया हत्याकांड के मुख्य आरोपी, शिक्षक कुमोद को पुलिस ने गुवाहाटी से गिरफ्तार किया। उसने मृतका की बहन से शादी करने के विरोध में हत्या ...और पढ़ें

गिरफ्तार आरोपी के साथ पुलिस टीम और रोसड़ा डीएसपी। जागरण
संवाद सहयोगी, रोसड़ा (समस्तीपुर) । बहुचर्चित छात्रा गुड़िया हत्याकांड का मुख्य आरोपी निजी स्कूल के शिक्षक कुमोद को पुलिस ने चार माह बाद गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद में पुलिस ने घटना का पर्दाफाश किया। उसे असम प्रदेश के गुवाहाटी से पकड़ा गया है।
गिरफ्तार मुख्य आरोपी निजी स्कूल का शिक्षक कुमोद कुमार उर्फ रधु नहारे मूल रूप से नालंदा जिले के बिहारशरीफ के नीमगंज का रहने वाला है। वह अशोक चौधरी का पुत्र है। कुमोद बेहद शातिर दिमाग का है। घटना के बाद वह शातिराना ढंग से गायब हो गया। पुलिस जब तक उसकी तलाश में जुटी वह जिला से बाहर जा चुका था।
फरारी के दौरान उसका पता लगाना पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा था। लेकिन, कहते हैं न की अपराधिक कितना भी शातिर हो वह कोई न कोई गलती जरुर करता है। पुलिस उसकी इसी गलती की तलाश में नजर टिकाए बैठी थी। इसी बीच उसे एक अहम सुराग हाथ लगा। बस फिर क्या था पुलिस ने टीम उसकी तलाश में निकल पड़ी।
भारी मशक्कत के बाद में उसे असम प्रदेश के गुवाहाटी से गिरफ्तार कर लिया। रोसड़ा डीएसपी संजय कुमार ने मामले का पर्दाफाश करते हुए कहा कि तकनीकी और पारंपरिक अनुसंधान के जरिए उक्त आरोपी की गिरफ्तारी की गई है। उसने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। उन्होंने बताया कि युवक मृतका की बड़ी बहन से शादी करना चाहता था, लेकिन परिवार उसका विरोध कर रहा था।
इसी आक्रोश में उसने छात्रा की हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि उसके पास से दो मोबाइल बरामद किया गया है। इसमें एक मृतका का है। वहीं उसके फरार होने के समय का रेल टिकट भी पुलिस ने जब्त किया है। उसे को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें कि शिवाजीनगर थाना के बछौनी गाछी में 11 अगस्त की सुबह छात्रा गुड़िया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इसका आरोप स्वजनों ने उक्त शिक्षक पर लगाया। उसने पहले भी हत्या की धमकी दी थी। वह गुड़िया की बड़ी बहन का प्रेमी था। उसकी मना करने बाद भी उससे शादी करना चाहता था। घटना के बाद में भयानक बबाल हुआ था। दरभंगा और समस्तीपुर दोनों पुलिस हलकान रही थी। पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लगातार प्रयासरत थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल रहा था।
इंटरनेट मीडिया एप से मिली लोकेशन पर रवाना हुई टीम
आरोपी शिक्षक को पकड़ा पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। वह घटना के बाद में अपना मोबाइल आदि बंद कर फरार हो गया था। छानबीन के दौरान पुलिस को उसके दर्जनभर मोबाइल के नंबर मिले थे। सभी नंबर भी किसी दूसरे के नाम पर रजिस्टर्ड मिले थे। उसका कोई भी ठोस सुराग पुलिस को नहीं मिल रहा था।
पुलिस उसकी तलाश में हर तरह से तत्परता बरत रही थी। तीन माह से अधिक समय बीत चुका था। पुलिस के हाथ अब भी खाली थे। इसी बीच आरोपी शिक्षक ने गलती कि उसने अपने इंस्टाग्राम एप पर लागिन की। उसकी आईडी सक्रिय होते ही पुलिस ने उक्त लोकेशन पर उसकी खोजबीन करने निकल पड़ीं।
एक सप्ताह तक पुलिस टीम उक्त लोकेशन के आसपास के इलाकों में खाक छानती रही। इस दौरान दिनभर 16-16 किलोमीटर तक पैदल भ्रमण कर टीम ने उसे खोज निकाला। बताया गया कि मकान मालिक उससे उसके पहचान पत्र की मांग कर रहा था लेकिन, वह टालमटोल कर रहा था। इसी बीच पुलिस को उसकी भनक मिल गई। बाद स्थानीय पुलिस की मदद से उसकी गिरफ्तारी की गई। असम में कोर्ट में पेश किए जाने बाद में उसे अपने साथ लेकर समस्तीपुर पहुंची।
पहले भी कर चुका है प्रेम विवाह
आरोपी कुमोद से जब पुलिस ने गहन पूछताछ की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। उसने बताया कि वह छात्रा की बड़ी बहन से शादी करना चाहता था। वह भी उसके साथ शादी को राजी थी। बाद में दोनों के बीच अनबन हो गई।
परिवार वालों ने शादी से मना कर दिया। उसने बताया कि वह 2019 से ही अपने परिवार से अलग है। इसकी पीछे की वजह उसका प्रेम शादी रहा। उसने बताया कि 2018 में उसने बिहारशरीफ में ही एक लड़की से प्रेम विवाह किया। उसके परिवार के लोगों ने इस रिश्ते को परवान नहीं चढ़ने दिया। इससे नाराज हो वह घर से निकल गया। उसके बाद से वह बहेड़ी में ही रहने लगा।
घर परिवार से कोई वास्ता नहीं रहा। पुलिस को भी यह बात छानबीन के दौरान पता चली। बताया गया कि मृतका की बड़ी बहन और अपनी प्रेमिका को उसने तीन लाख से अधिक रुपये भी दे रखा था। इसी पैसा की वह बार-बार मांग कर रहा था। घटना से पूर्व भी उसने पैसा लौटाने को कहा था, अन्यथा पूरे परिवार को गोली मार देने की धमकी दी थी।
पूरे परिवार को खत्म करने निकला था कुमोद
कुमोद के भीतर इस छलावा से भयानक आक्रोश था। वह किसी भी कीमत पर अपनी प्रेमिका से विवाह करना चाह रहा था। पहले प्यार के बिछड़ जाने बाद में उसे दुबारा प्यार हुआ था। लेकिन, एक बार फिर से उसे परिवार के विरोध की वजह से मायूसी हाथ लगी थी। उसने पुलिस को बताया कि वह घटना के दिन पूरे परिवार को गोली मारकर खत्म करने निकला था।
घर की तरफ जाते समय रास्ते में ही उसे गुड़िया मिल गई। उसने पहले गुड़िया से बातचीत करना चाहा। इस दौरान एक बार फिर गुड़िया उसके उपर भड़क उठी। उसे अनाप-शनाप बोलने लगी। इसी आक्रोश में उसने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। बाद में वह अपने कमरे पर पहुंचा और सामान ले दरभंगा निकल गया। जहां से समस्तीपुर और फिर खगड़िया होते हुए असम को निकल गया। उसने पुलिस से बचने के लिए अपना सिर मुंडवा लिया था।
विशेष टीम में रहे शामिल
विशेष टीम में शिवाजीनगर थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार, अपर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार, नरेश पासवान, सिपाही मनोज कुमार, कन्हाई कुमार और अमित कुमार शामिल रहे।

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