Samastipur news : कैमरे में कैद खामोश साजिश, पहले सिगरेट, फिर चली जानलेवा गोली
समस्तीपुर में एक खामोश साजिश कैमरे में कैद हुई, जिसमें एक व्यक्ति को पहले सिगरेट पिलाई गई और फिर गोली चला दी। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। कैमरे में कैद फुटेज पुलिस के लिए महत्वपूर्ण सबूत है।

बांध किनारे दुकान पर सिगरेट पीते सरपंच पुत्र व अपराधी।
संवाद सहयोगी, विभूतिपुर (समस्तीपुर) । समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बूढ़ी गंडक नदी नरहन बांध स्लूदस गेट के पास बाइक सवार अपराधियों ने नरहन पंचायत की सरपंच रेखा सिन्हा व राजीव रंजन उर्फ पिंकू श्रीवास्तव के पुत्र आदित्य कुमार उर्फ सोनू राज (23) को सीने में गोली मारकर जख्मी कर दिया था।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से रेफर किए जाने के बाद समस्तीपुर के एक निजी अस्पताल में उसका उपचार जारी है। वहां के चिकित्सकों ने जख्मी आदित्य उर्फ सोनू को फिलहाल खतरे से बाहर बताया है। घटना के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच तहकीकात की। इंस्पेक्टर मनोज कुमार, थानाध्यक्ष सुनील कुमार झा, दारोगा अरशद इमाम अंसारी आदि ने घटनास्थल के समीप दुकानदारों से जानकारी ली। साथ हीं आसपास में लगे सीसीटीवी को भी खंगाला।
इस दौरान पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी मिली। तथ्यों को संग्रह करते हुए थानाध्यक्ष ने आसपास के दुकानदारों को सख्त हिदायत दी है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से पुलिस को एक जिंदा गोली और एक खोखा भी मिली है।
घटना से पूर्व पान दुकान के समीप सीसीटीवी कैमरे फुटेज में कैद हुई तस्वीर यह बयां करती हैं कि अपने दोस्त गौरव और दिव्यांशु के साथ एक हीं बाइक पर भोज खाने निकला आदित्य उर्फ सोनू ने पान दुकान पर सिगरेट पी है। उस वक्त कथित अपराधियों ने भी सिगरेट पी। दुकान पर दादागिरी जैसे एक दो शब्द होने के बाद महज कुछ हीं दूरी पर सेमल पेड़ के निकट बाइक से गुजरने के क्रम में आदित्य उर्फ सोनू के दाहिने सीने में अपराधी ने गोली दाग दी थी।
गुरुवार को भी पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर सघन छापेमारी करती रही मगर, सफलता हाथ नहीं लग सकी। इंस्पेक्टर मनोज कुमार, दारोगा अरशद इमाम अंसारी आदि पीड़ित सरपंच के घर पहुंच कई अन्य जानकारी भी जुटाई है।
इस दौरान इंस्पेक्टर को नरहन में अपराधियों के जुटान से संबंधित जानकारी भी स्थानीय लोगों ने दी। इंस्पेक्टर ने कहा कि इस अपराधी गैंग को समाप्त करने के लिए पुलिस गोपनीय तरीके से टीम बनाकर काम करेगी और इलाके में शांति व्यवस्था बहाल करेगी।
आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
थाना क्षेत्र अंतर्गत नरहन नरहन बांध के निकट बुधवार गोली कांड के विरोध में स्थानीय लोगों ने जेपीएनएस हाई स्कूल नरहन के समीप सड़क जाम कर दिया। सड़क जाम कर रहे लोग अविलंब अपराधियों को गिरफ्तार करने, सरपंच के परिवार को सुरक्षा देने समेत अन्य मांगों को उठाते हुए नारेबाजी करने लगे।
तभी स्थल निरीक्षण को इंस्पेक्टर मनोज कुमार के पहुंचने की सूचना मिली। पूर्व मुखिया विपीन सहनी आदि ने लोगों को समझा-बुझाकर तुरंत जाम हटवा दिया। उसके बाद इंस्पेक्टर स्थल निरीक्षण के लिए घटनास्थल पर पहुंच सके।
घटना के विरोध में एसएफआई व जनौस का प्रतिरोध मार्च
नरहन में बुधवार संध्या हुए गोलीकांड ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। घटना के विरोध में गुरुवार को एसएफआई और जनौस ने संयुक्त रुप से एक प्रतिरोध मार्च निकाला। प्रतिरोध मार्च मार्च डीबीकेएन कालेज नरहन से निकलकर नारेबाजी करते हुए बड़ी दुर्गा स्थान पहुंची। अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने और इलाके में कानून व्यवस्था को मजबूत करने की मांग जोरदार तरीके से उठाई गई।
बड़ी दुर्गा स्थान पहुंचने पर एक जनसभा में तब्दील हो गई। यहां पर सभा की अध्यक्षता केशव झा ने की। संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अपराध किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह हमला सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं बल्कि, समाज और लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा आघात है।
यदि प्रशासन निष्क्रिय रहा तो जनता और आंदोलन की ताकत उसे कार्रवाई करने के लिए बाध्य कर देगी। सभा में एसएफआई और जनौस ने पुलिस प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। वक्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो दोनों संगठन संयुक्त रूप से संगठित, चरणबद्ध और पूरी तरह लोकतांत्रिक तरीके से विभूतिपुर थाना का घेराव करेंगे।
मौके पर एसएफआई के पूर्व जिलाध्यक्ष अवनीश कुमार, पूर्व जिला मंत्री संतोष कुमार सेंटू, जनौस प्रखंड अध्यक्ष बबलू कुमार, छोटन सहनी, प्रिंस कुमार, विजय कुमार, सुधांशु कुमार, कृष्णदेव कुमार, रंजीत मालाकार, पप्पू पासवान, विजय कुमार, आशीष दिवाकर आदि मौजूद रहे।
आवेदन या फर्द बयान की प्रतीक्षा
थानाध्यक्ष सुनील कुमार झा ने बताया कि जख्मी आदित्य उर्फ सोनू का फर्द बयान या स्वजनों का लिखित आवेदन पुलिस को नहीं मिल सकी है। परिवार से मिलकर और फोन पर भी आवेदन की मांग की गई है।
आवेदन या फर्द बयान मिलते हीं प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। तब तक पुलिस घटना कारित करने वाले चिह्नित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी कर रही है।

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