सारण स्ट्रांग रूम में CCTV बंद होने की अफवाह निकला बेबुनियाद, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का जिला प्रशासन ने किया खंडन
सारण में स्ट्रांग रूम के सीसीटीवी कैमरे बंद होने की अफवाह सोशल मीडिया पर फैल गई थी। जिला प्रशासन ने इसका खंडन करते हुए कहा कि कैमरे चालू हैं और निगरानी जारी है। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा कड़ी है।

बिहार विधानसभा चुनाव (फोटो जागरण)
जागरण संवाददाता, छपरा। सारण जिले के बाजार समिति स्थित वज्रगृह (स्ट्रांग रूम) को लेकर रविवार को सोशल मीडिया पर एक भ्रामक वीडियो तेजी से प्रसारित हो गया। टीम डॉ. करिश्मा राय(सारण जिला के परसा विधानसभा से राजद प्रत्याशी) नामक फेसबुक हैंडल से साझा इस वीडियो में दावा किया गया था कि वज्रगृह में लगे सीसीटीवी कैमरे कुछ देर के लिए बंद कर दिए गए। देखनी है ओके उल्लेखनीय यहां पर छह नवंबर को चुनाव के बाद ईवीएम रखा गया है।
जांच में सामने आई सच्चाई
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अमन समीर ने ने प्रसारित पोस्ट का संज्ञान लेते हुए तत्काल वरीय अधिकारियों से जांच कराई। जांच में पाया गया कि वज्रगृह की सुरक्षा व्यवस्था में लगे सीसीटीवी कैमरे लगातार चालू और क्रियाशील रहे।दरअसल, तकनीकी कारणों से शाम में लगभग दो मिनट के लिए नियंत्रण कक्ष में लगा टीवी डिस्प्ले निष्क्रिय हो गया था, जिसे तत्काल ठीक कर पुनः चालू कर दिया गया।
दो स्थानों पर है सीसीटीवी फीड का प्रदर्शन
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि वज्रगृह की सुरक्षा व्यवस्था पारदर्शी बनाए रखने के लिए कैमरों की फीड दो जगहों पर प्रदर्शित की जा रही है एक वज्रगृह परिसर के पास और दूसरा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के अवलोकन हेतु बनाए गए नियंत्रण कक्ष में। केवल नियंत्रण कक्ष का डिस्प्ले कुछ देर के लिए बाधित हुआ था, जबकि सभी कैमरों की रिकॉर्डिंग निरंतर जारी रही।
अभ्यर्थी प्रतिनिधियों ने जताई संतुष्टि
घटना की सूचना मिलते ही वरीय पदाधिकारी नियंत्रण कक्ष पहुंचे और अभ्यर्थियों के प्रतिनिधियों से बातचीत की। प्रतिनिधियों ने किसी भी प्रकार की सुरक्षा शंका से इनकार करते हुए प्रशासन की व्यवस्था पर पूर्ण विश्वास जताया।
त्रिस्तरीय सुरक्षा में है स्ट्रांग रूम, सीआरपीएफ की निगरानी में
जिला प्रशासन के अनुसार वज्रगृह परिसर में 24 घंटे त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू है। वज्रगृह के अंदर केवल आईडी कार्ड और अनुमति पत्र के सत्यापन के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जाती है।आंतरिक सुरक्षा केंद्रीय सुरक्षा बलों (सीआरपीएफ) के नियंत्रण में है तथा वरीय पदाधिकारी लगातार मानिटरिंग कर रहे हैं।
सीसीटीवी व्यवस्था इस सुरक्षा घेरा का एक अतिरिक्त परत के रूप में कार्यरत है।
अफवाहों से बचें, आधिकारिक सूचना पर ही करें भरोसा
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो तथ्यहीन और भ्रामक है।प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहें और केवल आधिकारिक सूचना पर ही विश्वास करें।

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