रेल पुल पर सेल्फी का खेल, तभी सुनाई पड़ी ट्रेन की सीटी, सीख देने वाली है छपरा की घटना
छपरा में रेलवे पुल पर सेल्फी ले रहे कुछ लोगों को ट्रेन की सीटी सुनाई दी। यह घटना सेल्फी लेने के खतरनाक शौक को दर्शाती है। ट्रेन की सीटी सुनकर लोग तुरंत पुल से हट गए और उनकी जान बच गई। यह घटना सुरक्षा नियमों का पालन करने का एक महत्वपूर्ण सबक है।

मांझी में रेल पुल पर टला हादसा। सांकेतिक तस्वीर
संवाद सहयोगी, दाउदपुर/मांझी (सारण)। मांझी के रामघाट स्थित रेलवे पुल पर शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे एक बड़ा हादसा टल गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह से ही बड़ी संख्या में युवक और युवतियां पुल पर चढ़कर सेल्फी और वीडियो बनाने में व्यस्त थे।
सोशल मीडिया के प्रति बढ़ रहा क्रेज
सोशल मीडिया पर आकर्षक तस्वीरें अपलोड करने के लिए लोग बिना किसी डर के पटरियों पर इधर-उधर घूम रहे थे। धीरे-धीरे भीड़ इतनी बढ़ गई कि पुल पर लोगों की आवाजाही से रेल पटरियों के पास अव्यवस्थित माहौल बन गया।
इसी बीच अचानक दूर से ट्रेन की तेज सीटी सुनाई दी। जैसे ही लोगों को ट्रेन के आने का अहसास हुआ, पुल पर अफरा-तफरी मच गई।
कई युवक-युवतियां घबराकर दौड़ पड़े और पटरियों से नीचे उतरने के प्रयास में इधर-उधर भागने लगे। कुछ लोग घबराहट में फिसलते-फिसलते बचे।
समय रहते दूर हट गए सभी
कुछ लोग तेज कदमों से पुल के किनारों की ओर हटकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। सौभाग्य से सभी लोग समय रहते पटरियों से दूर हो गए, जिसके कारण कोई अनहोनी नहीं हुई।
यदि ट्रेन कुछ ही क्षण पहले पहुंच जाती, तो बड़ा हादसा होने की पूरी आशंका थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इलाका भीड़भाड़ वाला है और अक्सर यहां युवा फोटोशूट के लिए आते रहते हैं।
इसके बावजूद न तो रेलवे द्वारा किसी कर्मी की तैनाती की जाती है और न ही स्थानीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा के लिए कोई विशेष व्यवस्था की गई है। परिणामस्वरूप ऐसी खतरनाक स्थितियां बार-बार बनती रहती हैं।
घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों में प्रशासन के प्रति नाराजगी स्पष्ट रूप से देखी गई। लोगों का कहना है कि सुरक्षा के प्रति लापरवाही का सिलसिला बंद नहीं हुआ तो भविष्य में किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने रेलवे और प्रशासन से इस क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।

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