सीतामढ़ी में बनेगा माता सीता का भव्य मंदिर, शिलान्यास पर होगा तीन दिवसीय महोत्सव
Bihar News शिलान्यास में गृहमंत्री अमित शाह के आगमन को लेकर चल रही तैयारी अपने अंतिम दौर में है। इसके लिए जारी जलयात्रा का नेतृत्व संत स्वामी दिलीप योगीराज तीर्थराज जी महाराज कर रहे हैं। कहा गया है कि सभी नदियों का जल छह अगस्त को सीतामढ़ी आ जाएगा। इस मंदिर के निर्माण के लिए राज्य सरकार ने 883 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।

अवध बिहारी उपाध्याय, सीतामढ़ी। माता सीता की जन्मस्थली पुनौराधाम में भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण का सपना साकार होते देख चहुंओर खुशी है। निर्माण की आधारशिला आठ अगस्त को रखी जाएगी। शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दौरे के बाद सक्रियता बढ़ गई है।
शिलान्यास में गृहमंत्री अमित शाह के आगमन को लेकर भी तैयारी शुरू हो गई है। महंत कौशल किशोर दास की अध्यक्षता में बिहार के साधु-संतों की एक बैठक में निर्णय लिया गया है कि माता जानकी की सखी कमला, विमला, दुधमती, गंगा, लक्ष्मणा गंगा, उर्विजा कुंड एवं गंगाजल को कलश में आमंत्रित कर पूजन किया जाएगा।
मंदिर की आधारशिला 11 पवित्र नदियों के जल से रखी जाएगी। ये नदियां हैं, गंगा, यमुना, सरस्वती, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर, धौलीगंगा, लक्ष्मणा गंगा, कमला और सरयू। इनका जल एकत्र करने का काम शुरू हो गया है।
जलयात्रा का नेतृत्व संत स्वामी दिलीप योगीराज तीर्थराज जी महाराज कर रहे हैं। छह अगस्त को नदियों का जल सीतामढ़ी आ जाएगा। मंदिर निर्माण के लिए राज्य सरकार ने 883 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। अभी 12 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई गई है।
निर्माण के लिए रामायण रिसर्च काउंसिल के अंतर्गत पहले ही ‘श्रीभगवती सीता तीर्थ क्षेत्र समिति’ का गठन हो चुका है। महंत कौशल किशोर दास के अनुसार, शिलान्यास कार्यक्रम तीन दिवसीय महोत्सव के रूप में मनेगा।
छह अगस्त को अभिषेक और जल पूजन, सात अगस्त को वैदिक अनुष्ठान, प्रवचन और भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। आठ अगस्त को मुख्य शिलान्यास समारोह होगा। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, धार्मिक-सांस्कृतिक झांकियां, भजन संध्या और मातृ शक्ति सम्मान जैसे विशेष आयोजन भी होंगे। देशभर संत-महात्मा समारोह के साक्षी बनेंगे।
सीतामढ़ी में मंदिर निर्माण और शिलान्यास को लेकर उत्साह और चर्चा है। पुनौराधाम के रामानंद प्रसाद का मानना है कि माता सीता का मंदिर बनने से धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक एकता और राष्ट्रभक्ति का संगम स्थापित होगा।
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