Bihar Politics: तेज प्रताप की हार के बाद JJD में उथलपुथल, सुरेश यादव बोले- मैं लेता हूं जिम्मेवारी
बिहार की राजनीति में जनता दल जनता (JJD) के नेता तेज प्रताप यादव की हार के बाद पार्टी में खलबली मची है। सुरेश यादव ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि वे इसके लिए जवाबदेह हैं। पार्टी में हार के कारणों पर मंथन चल रहा है और आगे की रणनीति पर विचार किया जा रहा है। कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने पर जोर दिया जा रहा है।

संवाद सहयोगी, महुआ। विधानसभा चुनाव में महुआ क्षेत्र से जनशक्ति जनता दल उम्मीदवार राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) की हार की नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए पार्टी जिलाध्यक्ष सुरेश यादव ने अपनी जिला कमेटी भंग कर दी है।
उन्होंने बताया है कि महुआ विधानसभा क्षेत्र के चुनाव बाद घोषित परिणाम में राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रत्याशी तेजप्रताप यादव को लगभग 37,000 मत प्राप्त हुए और वह चुनाव हार गए।
चुनाव में पराजय की नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए उन्होंने जिला कमेटी को तत्काल भंग कर दिया है। इसकी सूचना प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेज दी गई है।
गौरतलब है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव की वजह से हॉट सीट बने महुआ विधानसभा क्षेत्र से लोजपा (रामविलास) के संजय कुमार सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी डॉ. मुकेश रौशन को 44997 मतों के अंतर से पराजित कर शानदार जीत दर्ज की।
वहीं, जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव 35703 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। तेज प्रताप ने वर्ष 2015 में यहां से जीत दर्ज की थी, जबकि 2020 के विधानसभा चुनाव में वे हसनपुर चले गए थे और वहां से जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार परिवार और पार्टी से बेदखल होने के बाद उन्होंने अलग राह पकड़ ली तथा महुआ विधानसभा क्षेत्र से ताल ठोक दी।
हालांकि, इस बार एनडीए की लहर में यहां न तो तेज प्रताप का जादू चल पाया और न ही उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव ही अपने उम्मीदवार को जीत दिला सके। यहां से लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवार शुरू से अंतिम 27 वें राउंड तक लगातार बढ़त बनाए रहे और 44,997 मतों से जीत दर्ज कर ली।

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