Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रमाणपत्र लेने नहीं आए तेजस्वी, निर्वाची पदाधिकारी से प्रतिनिधि ने किया प्राप्त

    By Gangesh Gunjan Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Sat, 15 Nov 2025 09:08 PM (IST)

    चुनाव परिणाम आने के बाद तेजस्वी यादव खुद अपना प्रमाण पत्र लेने नहीं पहुंचे। उनके प्रतिनिधि ने निर्वाची पदाधिकारी से प्रमाण पत्र प्राप्त किया। तेजस्वी के न आने का कारण अज्ञात है, जिससे राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं।

    Hero Image

    तेजस्‍वी यादव का प्रमाणपत्र लेते अभिकर्ता। जागरण

    जागरण संवाददाता, हाजीपुर। Bihar Elections 2025 का परिणाम राजद के लिए खासा निराशाजनक रहा है। राज्‍य की वीवीआईपी सीटों में शुमार और राजद की पारंपरिक सीट राघोपुर से तेजस्‍वी यादव जीत गए। 

    हालांक‍ि उनका मुकाबला बेहद कांटे की टक्‍कर वाला रहा। बावजूद उन्‍होंने भाजपा के उम्‍मीदवार को 4532 मतों के अंतर से हराया। 

    हाजीपुर के आइटीआइ बालक हरिवशंपुर मतगणना केंद्र पर शुक्रवार शाम मतगणना समाप्‍त हुई। इसके बाद तेजस्‍वी का इंतजार क‍िया जाने लगा क‍ि वे प्रमाणपत्र लेने आएंगे। 

    लेकिन देर रात तक भी वे नहीं पहुंचे। बाद में उन्‍होंने आने में असमर्थता जताते हुए अपने प्रतिनिधि को प्रमाणपत्र सौंपने की अनुमति देने का अनुरोध किया।

    इस संबंध में उन्होंने 128 राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी सह हाजीपुर सदर एसडीओ को पत्र भेजा। इसके बाद उनके प्रतिनिधि एवं निर्वाचन अभिकर्ता रंजीत कुमार मतगणना केंद्र पहुंचे।

    निर्वाची पदाधिकारी ने उन्‍हें तेजस्वी यादव का निर्वाचन प्रमाणपत्र सौंप दिया। 

    महुआ सीट पर हार गए तेज प्रताप 

    राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव की वजह से हाट सीट बने महुआ विधानसभा क्षेत्र से लोजपा (रामविलास) के संजय कुमार सिंह को जीत मिली।

    जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव 35703 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। तेज प्रताप ने वर्ष 2015 में यहां से जीत दर्ज की थी।

    2020 के विधानसभा चुनाव में वे हसनपुर चले गए थे और वहां से जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार परिवार और पार्टी से बेदखल होने के बाद उन्होंने अलग राह पकड़ ली तथा महुआ विधानसभा क्षेत्र से ताल ठोक दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लेकिन इस बार एनडीए की लहर में यहां न तो तेज प्रताप का जादू चल पाया और न ही उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव ही अपने उम्मीदवार को जीत दिला सके।

    यहां से लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवार शुरू से अंतिम 27 वें राउंड तक लगातार बढ़त बनाए रहे और 44,997 मतों से जीत दर्ज कर ली।