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    Bihar Election 2025: थरुहट की महिलाओं ने रचा इतिहास, लोकतंत्र के उत्सव में ली सबसे आगे की पंक्ति

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 03:29 PM (IST)

    बिहार चुनाव 2025 को लेकर थरुहट की महिलाओं ने लोकतंत्र के उत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लेने का संकल्प लिया है। उन्होंने अन्य महिलाओं को भी मतदान के लिए जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। उनकी इस पहल से बिहार के चुनावी इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है, जो अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है।

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    थरुहट की महिलाओं ने रचा इतिहास, लोकतंत्र के उत्सव में ली सबसे आगे की पंक्ति

    अर्जुन जायसवाल, हरनाटांड़। कभी नक्सल गतिविधियों के कारण दहशत और सन्नाटे का प्रतीक रहा थरुहट क्षेत्र आज लोकतंत्र के उत्सव में उत्साह और भागीदारी का केंद्र बन गया है। विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में मंगलवार को जब मतदान शुरू हुआ, तो वाल्मीकिनगर विधानसभा अंतर्गत थरुहट क्षेत्र के वनवर्ती इलाकों में मतदाताओं की लंबी कतारें दिखीं। जहां कभी बंदूक की गूंज सुनाई देती थी, वहीं आज लोकतंत्र की गूंज सुनाई दे रही है।

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    चम्पापुर गोनौली पंचायत के मलकौली, देवरिया तरुअनवा के तरुअनवा, कुनई, भेलाही और जिमरी नौतनवा पंचायत के मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इनमें महिलाओं की भागीदारी सबसे अधिक रही। सिर पर पल्लू डाले, गोद में बच्चे लिए और हाथ में वोटर स्लिप थामे महिलाएं लोकतंत्र के इस पर्व में अपने अधिकार का प्रयोग करने पहुंचीं।

    तो दूसरी ओर युवा वर्ग भी मतदान के लिए काफी सजग नजर आया। स्थानीय प्रशासन द्वारा इन इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। भारी सुरक्षा बल की मौजूदगी और शांतिपूर्ण माहौल ने ग्रामीणों में विश्वास पैदा किया। परिणामस्वरूप जो इलाका कभी भय और बहिष्कार के कारण मतदान से दूर रहता था, आज वहां लोकतंत्र का उत्सव पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जा रहा है।

    सुबह घर से निकल गईं थी महिलाएं

    शोभा देवी, शारदा देवी, शांति देवी, संध्या देवी, हरिकली देवी, दमयंती देवी व लीलावती देवी आदि ने कहा कि अब समय बदल गया है। आज वे खुद को सशक्त और आत्मनिर्भर मानती हैं। इस बार के चुनाव में महिलाओं को मिलने वाले योजनाओं की भी चर्चा खूब हो रही है।

    गौरतलब है कि चुनाव से पहले 10-10 हजार रुपये जो महिलाओं को जीविका के माध्यम से मिले हैं वोटिंग के दौरान इसकी भी चर्चा तेज रही। महिलाओं ने इसे भी आधार मानकर मतदान किया है। माना जा रहा है कि योजनाओं का लाभ और अपनी आवाज को प्रतिनिधित्व दिलाने की भावना ने उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया है।

    वाल्मीकिनगर विधानसभा के हरनाटांड़ सहित पूरे थरुहट क्षेत्र में रिकॉर्ड मतदान की संभावना जताई जा रही है। वनांचल में लोकतंत्र की यह नई सुबह इस बात की गवाही दे रही है कि थरुहट अब विकास की राह पर है। जहां कभी भय था, वहां अब भरोसा है। जहां सन्नाटा था, वहां अब लोकतंत्र की आवाज गूंज रही है।