बात करने के लिए बांध और बांस का सहारा, बगहा के घुरौली गांव में मोबाइल नेटवर्क की गंभीर समस्या
बगहा के घुरौली गांव में मोबाइल नेटवर्क की गंभीर समस्या है। ग्रामीणों को बात करने के लिए घरों की छत पर बांस लगाना पड़ता है। नेटवर्क न होने पर कॉल भी नहीं आती, इसलिए एसएमएस अलर्ट का सहारा लेते हैं। जनप्रतिनिधियों और दूरसंचार विभाग से शिकायत के बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ है, जिससे ग्रामीणों में असंतोष है।

मोबाइल नेटवर्क की गंभीर समस्या
संवाद सूत्र, बगहा। मोबाइल नेटवर्क की समस्या को लेकर रामनगर का दोन क्षेत्र पहले से बदनाम रहा है, लेकिन बगहा दो प्रखंड का घुरौली गांव भी अब इसी सूची में तेजी से जुड़ता दिख रहा है। गांव के लोगों को मोबाइल से बात करने और नेटवर्क पकड़ने के लिए अपने घरों की छत पर लंबा बांस खड़ा कर उस पर जुगाड़ तकनीक से मोबाइल रखने की मजबूरी है।
यह तकनीक भी हर किसी के लिए आसान नहीं है, इसलिए कुछ ही घरों में यह व्यवस्था दिखाई देती है। अन्य ग्रामीण नहर के बांध या गांव से बाहर खुले स्थानों पर जाकर अपने स्वजनों से बात करते हैं।
नेटवर्क की समस्या को जन प्रतिनिधियों से शिकायत
स्थिति इतनी गंभीर है कि यदि कोई व्यक्ति उस समय नेटवर्क एरिया से बाहर हो, तो उसके फोन पर आने वाली कॉल तक नहीं मिल पाती। ग्रामीणों में से कई लोग अतिरिक्त पैक डलवाकर एसएमएस अलर्ट सक्रिय रखते हैं ताकि जैसे ही मोबाइल नेटवर्क में आए, लंबित संदेश मिल सकें और जरूरी कॉल की जा सके।
ग्रामीण पारस नाथ महतो, जय किशुन काजी, बीरेंद्र राय, संजय काजी, मनोज काजी, सीमा कुमारी, प्रियंका कुमारी आदि बताते हैं कि नेटवर्क की समस्या को कई बार जन प्रतिनिधियों के समक्ष रखा गया, लेकिन समाधान नहीं निकल सका।
दूरसंचार विभाग को पत्र लिखकर गांव में टावर लगाने अथवा उचित व्यवस्था की मांग भी की गई, परंतु किसी भी स्तर पर कार्रवाई न होने से ग्रामीणों में गहरा असंतोष है। अब ग्रामीण इस समस्या के समाधान के लिए गोलबंद होकर जिला स्तर पर अपनी बात मजबूती से रखने की तैयारी कर रहे हैं।

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