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    Bihar news: गंडक नदी के कटाव ने छीना घरबार, अब नए आशियाने के लिए दर-दर भटक रहे ग्रामीण

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 05:22 PM (IST)

    बगहा के नरहवा गांव में गंडक नदी के कटाव से लोग बेघर हो गए हैं। उनके घर और जमीन नदी में समा गए हैं जिससे वे नई जगह पर आशियाना बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से पुनर्वास का आश्वासन दिया गया है लेकिन ग्रामीण अभी भी परेशान हैं।

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    पेज चार :टाप: आशियाने की उम्मीद, दर्द की दीवारें साथ

    संवाद सहयोगी, बगहा। अब अपना आशियाना दूसरे स्थान पर बनाने की चिंता कटाव पीड़ितों को है। न खेती योग्य भूमि, न घर कटने की मलाल बल्कि अब तो नए ढंग से नई जगह पर आशियाना खड़े करने को लेकर जद्दोजहद है ।

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    नरहवा के कुछ कटाव पीड़ित बगल के पंचायत चिउरही में शरण ले रखे हैं तो कुछ वहां के गन्ने की फसल को काट कर अपना आशियाना बनाने की जुगत में लगे हैं।

    ग्रामीणों के सपने फसलों के विलीन होने से अधुरा हो गए थे, पर अब तक तो नदी ने बिना बरसात के ही आधे से अधिक घरों की कटान करने में लग गई है, जिससे ग्रामीण अपना सब कुछ गवां बैठे और पलायन का दौर जारी है।

    कुछ ग्रामीण तो अपने हाथ से ही अपना आशियाना उजाड़ने के बाद अभी भटक रहे कि कहां आशियाना बनाए । कहीं ऐसा तो नहीं कि अब भी गंडक की धरा इस ओर आ जाएगी।

    दरअसल मधुबनी प्रखंड के सिसई पंचायत के नरहवा घोड़हवा गांव में गंडक नदी से सब कुछ तबाह हो चला है । अब कुछ बचा ही नहीं कि ग्रामीण यह सोचे कि इसे बचा ले और इसे छोड़ दें।

    गंडक के रौद्र रूप से बचने के लिए प्रतिदिन वहां के ग्रामीण बैल गाड़ी व अन्य साधनों के सहारे अपना सामान हटा रहे हैं कि कहीं अब दूसरी जगह पर घर बनाया जाय, जहां इस कटान से मुक्ति मिल जाय।

    नरहवा गांव के किसान सत्येंद्र यादव, पहवारी गोड़, केदार यादव, मुमताज मियां, मैनेजर यादव की आंखों में फसल, जमीन के साथ घर के कट जाने की पीड़ा साफ नजर आ रही है। अभी वर्षा नहीं हो रही है।

    गंडक नदी के जलस्तर में उतार - चढ़ाव जारी है । तब गंडक की विनाशलीला इस तरह है कि यहां देखते देखते सब कुछ बर्बाद हो गया ।

     न भूमि न घर, अब बने बेघर

    अब तक करीब तीन दर्जन लोगों के घर नदी में विलीन हो चले हैं। पंचायत के मुखिया कृष्ण यादव ने बताया कि पंचायत के नरहवा में गंडक नदी रोज - रोज गांव की ओर बढ़ रही और कटाव कर रही है।

    जिसमें मुमताज मिया, संतोष यादव,रुखमिनिया देवी, सफी मियां सहित तीन दर्जन लोगों के घर एवं मकान नदी में विलीन हो गए। जिससे वह इस समय बेघर हो गए हैं। नए जगह की तलाश है।

    इसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। वही बचाव कार्य से कोई फायदा अब तक नहीं हुआ। नदी निरंतर पूरे गांव को अपने आगोश में लेने के लिए अमादा है ।

    अपनी किस्मत को कोस रहे कटाव पीड़ित

    कटाव पीड़ित संतोष यादव, सतेंद्र यादव,राधेश्याम यादव आदि ने अपनी किस्मत को दोष देते हुए कहते हैं कि बताया कि लगभग तीन हजार एकड़ जमीन एवं फसल नदी काट चुकी हैं। जिससे हम लोग भूमिहीन के साथ भवन विहीन हो चुके हैं।

    समान को लेकर दूसरे जगह पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं। पर आखिर प्रशासन हमलोगों के लिए व्यवस्था अब तक नहीं की है । हमलोग आखिर कहां जाएं।

    प्रखंड की सिसई पंचायत के नरहवा में गंडक नदी के द्वारा लगातार कटाव किया जा रहा है। जिन लोगों के घर नदी में विलीन हुए हैं ,अस्थाई रूप से निवास करने वाले लोगों को पुनर्वास की व्यवस्था शीघ्र ही की जाएगी। -नंदलाल राम, अंचलाधिकारी, मधुबनी ।

    नरहवा में कटाव रोधी कार्य चल रहा है । कटाव रोकने के लिए अब डाउन स्ट्रीम में कार्य कराया जा रहा है । -विकास कुमार, सहायक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, बगहा ।