एक महीने में 35 एसएसबी सिफारिशें, एक ही दिन में 6 चयन कर राष्ट्रीय कीर्तिमान किया स्थापित
दून डिफेन्स ड्रीमर्स के नाम से प्रसिद्ध ड्रीमर्स एडू हब ने रक्षा कोचिंग के क्षेत्र में ऐतिहासिक और अभूतपूर्व कीर्तिमान स्थापित किया है। संस्थान ने केवल एक महीने में 35 एसएसबी सिफ़ारिशें और एक ही दिन में रिकॉर्ड 6 चयन हासिल कर इतिहास रच दिया है। इस असाधारण उपलब्धि ने भारतीय सशस्त्र बलों के उम्मीदवारों के लिए इसे भारत के सबसे भरोसेमंद संस्थान के रूप में स्थापित कर दिया है।

ब्रांड टीम। दून डिफेन्स ड्रीमर्स के नाम से प्रसिद्ध, ड्रीमर्स एडू हब ने रक्षा कोचिंग के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक और अभूतपूर्व कीर्तिमान स्थापित किया है। संस्थान ने केवल एक महीने में 35 एसएसबी सिफ़ारिशें (SSB Recommendations) और एक ही दिन में रिकॉर्ड 6 चयन हासिल कर इतिहास रच दिया है। इस असाधारण उपलब्धि ने भारतीय सशस्त्र बलों के उम्मीदवारों के लिए इसे भारत के सबसे भरोसेमंद संस्थान के रूप में स्थापित कर दिया है।
"गौरव गाथा": एक अभूतपूर्व उत्सव
इस ऐतिहासिक सफलता का जश्न मनाने के लिए देहरादून में "गौरव गाथा: ड्रीमर्स की कहानी" नामक एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सफल छात्रों और उनके गौरवान्वित माता-पिता के सम्मान में आयोजित यह कार्यक्रम देशभक्ति के जोश से सराबोर था। ढोल की थाप, पारंपरिक पगड़ी समारोह और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच यह आयोजन गर्व, समर्पण और राष्ट्रीय भावना के एक उत्सव में बदल गया। माता-पिता की आंखों में खुशी के आँसू वर्षों की कड़ी मेहनत और त्याग की कहानी कह रहे थे।
नारी शक्ति का परचम
इस उपलब्धि की सबसे प्रेरणादायक कड़ी छह बेटियों—कसक मेहरा, भावना, परमीत कौर, मालविका मारोलिया, आइलीन और मेघा मालवी की सफलता रही। उनका चयन भारतीय सशस्त्र बलों में महिला सशक्तिकरण के लिए एक नया मानदंड स्थापित करता है। वे देश की उन अनगिनत बेटियों के लिए एक जीती-जागती मिसाल हैं, जो वर्दी पहनने का सपना देखती हैं।
प्रेरणा के प्रतीक: राष्ट्रीय रैंक धारक
चयनित छात्रों में, कमल सिंह (AIR-18), अनुराग पांडे और सुखप्रीत जैसे होनहार युवाओं ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उनकी शीर्ष रैंकिंग ने उन्हें हजारों एनडीए और सीडीएस उम्मीदवारों के लिए एक रोल मॉडल बना दिया है, यह साबित करते हुए कि सही मार्गदर्शन और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
सफलता के स्तंभ: अनुभवी मार्गदर्शक और अद्वितीय प्रशिक्षण प्रणाली
संस्थान इस शानदार सफलता का श्रेय अपने अनुभवी मार्गदर्शकों की टीम को देता है, जिसमें सशस्त्र बलों के कई पूर्व दिग्गज अधिकारी शामिल हैं। कैप्टन संजय जायसवाल, विंग कमांडर दीपक त्यागी, ग्रुप कैप्टन अंबुज अहलूवालिया, कर्नल बाराकोटी, कैप्टन (भारतीय नौसेना) मधुकर त्यागी, लेफ्टिनेंट कर्नल रोहित मेहरा और कर्नल संदीप पांडे का मार्गदर्शन संस्थान की रीढ़ है।
संस्थान की अद्वितीय प्रशिक्षण प्रणाली केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है। यह मॉक एसएसबी इंटरव्यू, ग्रुप टास्क, कठोर शारीरिक अभ्यास और गहन मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन के माध्यम से छात्रों में ऑफिसर लाइक क्वालिटीज़ (OLQs) को विकसित करती है, जो उन्हें भविष्य के लीडर के रूप में तैयार करती है।
भविष्य की ओर एक कदम: भारत की पहली एआई-संचालित रक्षा कोचिंग
एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए, संस्थापक हरिओम चौधरी ने बताया कि ड्रीमर्स एडू हब अब भारत का पहला एआई-संचालित रक्षा कोचिंग संस्थान बनने जा रहा है। इस भविष्यवादी पहल के तहत निम्नलिखित सुविधाएं दी जाएंगी।
- 24x7 एआई-आधारित डाउट सॉल्विंग: वॉइस और वीडियो एआई के माध्यम से तत्काल शंका समाधान।
- एआई-संचालित मॉक एसएसबी इंटरव्यू: विस्तृत व्यक्तित्व विश्लेषण के साथ वास्तविक इंटरव्यू का अनुभव।
- एडैप्टिव लर्निंग: प्रत्येक छात्र की कमजोरियों की पहचान कर व्यक्तिगत प्रगति पर नज़र रखना।
देशभक्ति का एक शक्तिशाली संदेश
अपने समापन भाषण में हरिओम चौधरी ने एक शक्तिशाली संदेश दिया जो हर किसी के दिल में उतर गया
“याद रखना, यह वर्दी पहनना सिर्फ़ एक नौकरी नहीं है, यह 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों और सपनों को अपने कंधों पर उठाने की ज़िम्मेदारी है। ये 35 चयन केवल संख्याएँ नहीं हैं—बल्कि ये साहस, अथक बलिदान और अंतिम विजय की 35 गाथाएँ हैं। आगे बढ़ो और गर्व के साथ राष्ट्र की सेवा करो।”
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