'गलती मानों और जुर्माना भरो...' ये फ्लिपकार्ट से हुई कैसी चूक जो ईडी को कहनी पड़ी कठोर बात; अमेजन भी लपेटे में
ईडी ने फ्लिपकार्ट को फेमा उल्लंघन मामले को बंद करने का प्रस्ताव दिया है, जिसके लिए कंपनी को गलती स्वीकार करनी होगी और जुर्माना भरना होगा। ईडी ने फ्लिपकार्ट से विक्रेता नेटवर्क खत्म करने को भी कहा है। अमेजन इंडिया भी ईडी की जांच के दायरे में है।

नई दिल्ली। ईडी ने फ्लिपकार्ट को फेमा उल्लंघन का मामला बंद करने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि, इसके लिए ई-कामर्स कंपनी को अपनी गलती स्वीकार करनी होगी और जुर्माना भरना होगा। घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ईडी ने पिछले हफ्ते फ्लिपकार्ट को फेमा (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) के कंपाउंडिंग नियमों के तहत यह विकल्प दिया था।
सूत्र ने बताया, ईडी ने फ्लिपकार्ट को कंपाउंडिंग का विकल्प दिया है। ईडी ने फ्लिपकार्ट से अपनी गलती स्वीकार करने, जुर्माना भरने और उससे जुड़े विक्रेता नेटवर्क को खत्म करने को कहा है। इस संबंध में फ्लिपकार्ट को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला।
कंपाउंडिंग नियम कंपनियों को फेमा के तहत प्रविधानों के उल्लंघन को स्वेच्छा से स्वीकार करने और लंबी कार्रवाई के बिना उल्लंघनों के लिए जुर्माना देकर मामले का निपटारा करने की अनुमति देते हैं।
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अमेजन इंडिया जांच के लिए तलब
ईडी ने अमेजन इंडिया को भी जांच के लिए तलब किया था। संपर्क करने पर, अमेजन इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, हम जांच पर टिप्पणी नहीं करते हैं। इस मामले में ईडी को भेजे गए सवालों के जवाब भी नहीं मिले।
एक अधिकारी ने कहा कि ईडी के कंपाउंडिंग का विकल्प देने से अमेरिका के साथ चल रही द्विपक्षीय व्यापार वार्ता के दौरान भारत को लाभ मिलेगा।
फ्लिपकार्ट और अमेजन इंडिया फेमा प्रविधानों के कथित उल्लंघन के लिए ईडी की जांच के दायरे में हैं। आरोप हैं कि ये कंपनियां बिक्री बढ़ाने के लिए अपने प्लेटफार्म पर छूट दे रही हैं।
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