Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    ₹17000 करोड़ में बिकने वाली JP Associates की कितनी कंपनियां दिवालिया होकर बिकने को हैं तैयार; देखें पूरी लिस्ट

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 12:08 PM (IST)

    कभी उत्तर भारत में दबदबा रखने वाला जेपी ग्रुप की पैरेंट कंपनी JP Associates अब बिक चुकी है। जेपी एसोसिएट्स को वेदांता ने खरीदा, वहीं भिलाई जेपी सीमेंट दिवालिया होने की कगार पर है। जेपी पावर को खरीदने के लिए अदाणी और वेदांता जैसे दिग्गजों ने बोली लगाई है। सुरक्षा समूह ने जेपी इंफ्राटेक का अधिग्रहण किया, जिसने यमुना एक्सप्रेसवे का निर्माण किया था।

    Hero Image

    ₹17000 करोड़ में बिकी JP Associates की कितनी कंपनियां, कितनी दिवालिया होकर बिकने को हैं तैयार; देखें पूरी लिस्ट

    नई दिल्ली। Jaypee Group  एक ऐसा नाम जिसकी उत्तर भारत में कभी तूती बोलती थी। लेकिन आज इस ग्रुप की अधिकतर कंपनियां या तो घाटे में हैं या फिर बिक चुकी हैं। कुछ दिवालिया की प्रक्रिया से गुजरने वाली हैं। हाल ही में जेपी ग्रुप की मेन कंपनी JP Associates को अनिल अग्रवाल की वेदांता ने 17 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाकर खरीदा था। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने भी वेदांता लिमिटेड द्वारा जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। इन सबके बीच जेपी ग्रुप की कुछ और कंपनियां भी दिवालिया होने की प्रक्रिया से गुजरने वाली हैं। दरअसल, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने कर्ज में डूबे ग्रुप जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड की सब्सिडियरी कंपनी भिलाई जेपी सीमेंट के खिलाफ दिवालिया (insolvency proceedings  against Bhilai Jaypee Cement) कार्यवाही शुरू करने का आदेश दे दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें- Yamuna Expressway बनाने वाली JP Associates कैसे हुई दिवालिया, आखिर गौड़ परिवार से कहां हुई चूक? बिका साम्राज्

    इन सबके बीच आइए जानते हैं कि आखिर जेपी ग्रुप के पास कितनी कंपनियां हैं, कितनी कंपनियां बिक चुकी हैं और कितने के लिए बोली लग चुकी है। वैसे जेपी ग्रुप की पैरेंट कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaiprakash Associates Limited) पहले ही बिक चुकी है। अब इसकी सब्सिडियरी कंपनियां बिक रही हैं।  जेएएल, जेपी समूह की होल्डिंग कंपनी है, जो कभी रियल एस्टेट, बिजली और सीमेंट क्षेत्र में रुचि रखने वाले सबसे बड़े बुनियादी ढांचे-केंद्रित समूहों में से एक था।

    JP Associates की कितनी कंपनियां हैं?

    जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड की वेबसाइट http://jalindia.com/subsidiaries.html पर दी गई जानकारी के अनुसार जेपी ग्रुप की कई सब्सिडियरी कंपनियां हैं। इनकी डिटेल नीचे दी गई हैं। इनमें से कुछ बिक चुकी हैं।

    1. Jaypee Infratech Limited (JIL)
    2. Bhilai Jaypee Cement Limited (BJCL)
    3. Himalayan Expressway Ltd. (HEL)
    4. Gujarat Jaypee Cement & Infrastructure Limited (GJCIL)
    5. Jaypee Ganga Infrastructure Corporation Limited (JGICL)
    6. Jaypee Agra Vikas Ltd. (JAVL)
    7. Jaypee Fertilizers & Industries Limited (JFIL)
    8. Jaypee Cement Corporation Limited (JCCL)
    9. Himalyaputra Aviation Limited (HAL)
    10. Jaypee Assam Cement Limited (JACL)
    11. Jaypee Infrastructure Development Limited (JIDL) 
    12. Jaypee Healthcare Limited (JHL)
    13. Jaypee Cement Hockey (India) Limited (JCHIL)
    14. Jaiprakash Agri Initiatives Company Limited (JAICO)
    15. Yamuna Expressway Tolling Limited (YETL)
    16. Kanpur Fertilizers & Chemicals Limited(KFCL)]
    17. Jaypee Uttar Bharat Vikas Private Limited (JUBVPL)
    18. East India Energy Private Limited
    19. Jaiprakash Power Ventures Limited (JPVL)

    JP Associates की कितनी कंपनियां हो चुकी हैं दिवालिया?

    जेपी समूह की कम से कम तीन प्रमुख कंपनियों को भारत में दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता के तहत दिवालियेपन की कार्यवाही का सामना करना पड़ा है। प्रमुख कंपनी, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल), और उसकी सहायक कंपनियों, जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड (जेआईएल) और अब खबर है कि भिलाई जेपी सीमेंट को भी इसका सामना करना पड़ेगा। क्योंकि NCLT ने इसका आदेश दे दिया है।

    JP Power के लिए लग चुकी है बोली?

    जेपी ग्रुप की पावर सेक्टर की कंपनी जेपी पावर को  खरीदने के लिए कई बड़े दिग्गजों ने बोली लगाई है। इसमें गौतम अदाणी का अदाणी ग्रुप, अनिल अग्रवाल की वेदांता और कोटक Kotak Alternate Assets जैसे ग्रुप शामिल हैं।

    जेपी ग्रुप की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार जेपीवीएल के तीन चालू विद्युत संयंत्र हैं - विष्णुप्रयाग (उत्तराखंड) में 400 मेगावाट का जलविद्युत संयंत्र, मध्य प्रदेश में 500 मेगावाट - चरण I (1200 मेगावाट का) जेपी बीना ताप विद्युत संयंत्र और मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के निगरी में 1320 मेगावाट का जेपी निगरी सुपर ताप विद्युत संयंत्र।

    यह भी पढ़ें- बिक चुकी JP Associates की JP Power के नतीजे आ गए, 182 करोड़ रुपये का हुआ फायदा; बिकने के लिए लग चुकी है बोली

    18 फरवरी, 2017 को जेपीवीएल द्वारा अपने ऋणदाताओं को एसडीआर के परिणामस्वरूप ₹10/- प्रति शेयर मूल्य के 305,80,00,000 इक्विटी शेयरों के आवंटन के बाद, उक्त ऋणदाताओं के पास अब जेपीवीएल की निर्गम-पश्चात विस्तारित इक्विटी शेयर पूंजी का 51% हिस्सा है और जेपीवीएल, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) की सहायक कंपनी नहीं रह गई है। जेपी पावर की भी 4 सहायक कंपनियां है।

    1. जेपी अरुणाचल पावर लिमिटेड  (JVPL की सहायक कंपनी)
    2. संगम पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड   (JVPL की सहायक कंपनी)
    3. जेपी मेघालय पावर लिमिटेड (JVPL की सहायक कंपनी)
    4. बीना पावर सप्लाई लिमिटेड  (JVPL की सहायक कंपनी)

    जेपी ग्रुप की पैरेंट कंपनी JP Associates को किसने खरीदा?

    वेदांता समूह ने दिवालियापन की कार्यवाही के दौरान ₹17,000 करोड़ की बोली लगाकर जेपी समूह की मूल कंपनी जेपी एसोसिएट्स का अधिग्रहण कर लिया। यह सौदा दिवालियापन और दिवालियापन संहिता प्रक्रिया में वेदांता द्वारा अडानी समूह को पछाड़ने के बाद अंतिम रूप दिया गया।

    JP Associates की जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड अब किसकी?

    सुरक्षा समूह ने दिवाला प्रक्रिया के माध्यम से जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड (JIL) का अधिग्रहण किया। एनसीएलटी ने मार्च 2023 में योजना को मंजूरी दी और एनसीएलएटी ने मई 2024 में अपनी अंतिम मंजूरी दी थी। सुरक्षा ग्रुप की समाधान योजना में रुकी हुई आवासीय परियोजनाओं को पूरा करना और ऋणदाताओं को भूमि उपलब्ध कराना शामिल है। इस अधिग्रहण में सुरक्षा समूह से ₹250 करोड़ की प्रारंभिक इक्विटी और ऋण निवेश के साथ-साथ कंपनी की रुकी हुई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए ₹3,000 करोड़ की ऋण सुविधा की व्यवस्था शामिल थी। सभी रुकी हुई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए कुल निवेश ₹6,500 करोड़ से ₹7,000 करोड़ के बीच होने का अनुमान है।

    जेआईएल, दिवालियेपन का सामना करने वाली जेपी समूह की पहली कंपनियों में से एक थी, जिसकी कार्यवाही अगस्त 2017 में शुरू हुई थी।

    जेपी इंफ्राटेक ने ही बनाया था Yamuna Expressway

    जेपी ग्रुप ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि JIL ने यमुना नदी के किनारे नोएडा और आगरा को जोड़ने वाला 165 किलोमीटर लंबा यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) विकसित किया है, जिसे 9 अगस्त, 2012 को जनता के लिए खोल दिया गया। जेआईएल यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे पांच अलग-अलग स्थानों पर 25 मिलियन वर्ग मीटर भूमि पर पांच एकीकृत टाउनशिप भी विकसित कर रहा है।

    प्रमुख सोर्स- http://jalindia.com/subsidiaries.html