US-India Tension : मुकेश अंबानी ने हड़बड़ी में टाल दिया अमेरिका का ये बड़ा इवेंट, नीता अंबानी करने वाली थीं मेजबानी
US-India Tension अंबानी परिवार ने न्यूयॉर्क में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम इंडिया वीकेंड को टाल दिया है। नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (NMACC) ने इसे 12 सितंबर से लिंकन सेंटर में आयोजित करने की योजना बनाई थी। NMACC ने अप्रत्याशित परिस्थितियों का हवाला दिया। एनएमएसीसी ने कहा कि कार्यक्रम रद्द नहीं हुआ सिर्फ टाला गया है। जिन्होंने टिकट खरीदे थे उन्हें पैसे लौटा दिए जाएंगे।

नई दिल्ली| अंबानी परिवार ने न्यूयॉर्क में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम 'इंडिया वीकेंड' को टाल दिया है। नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (NMACC) ने इसे 12 सितंबर से लिंकन सेंटर में आयोजित करने की योजना बनाई थी। NMACC ने 'अप्रत्याशित परिस्थितियों' का हवाला दिया।
लेकिन असल वजह भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता व्यापारिक तनाव (US-India Tension) माना जा रहा है। एनएमएसीसी ने कहा कि 'कार्यक्रम रद्द नहीं हुआ, सिर्फ टाला गया है। हम न्यूयॉर्क में इस आयोजन को बाद में जरूर लाएंगे। जिन्होंने टिकट खरीदे थे, उन्हें पैसे लौटा दिए जाएंगे।'
दरअसल, पिछले हफ्ते अमेरिका ने भारत से आयात होने वाले सामानों पर टैरिफ 50% तक बढ़ा दिया। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि भारत का रूस से सस्ता तेल खरीदना यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की उनकी कोशिशों को कमजोर कर रहा है। हालांकि, उन्होंने मुकेश अंबानी का नाम नहीं लिया।
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत में रूस के तेल की सबसे बड़ी खरीदार है। गुजरात में इसका दुनिया का सबसे बड़ा रिफाइनिंग कॉम्प्लेक्स है। रूस की कंपनी 'रोसनेफ्ट' के साथ रिलायंस का रोजाना करीब 5 लाख बैरल तेल की आपूर्ति का करार है।
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नीता अंबानी करने वाली थीं कार्यक्रम की मेजबानी
नीता अंबानी (Nita Ambani) इस सांस्कृतिक आयोजन की मेजबानी करने वाली थीं। इसमें मिशेलिन स्टार शेफ विकास खन्ना (Vikas Khanna) और डिजाइनर मनीष मल्होत्रा (Manish Malhotra) शामिल होने वाले थे। 'द ग्रेट इंडियन म्यूजिकल: सिविलाइजेशन टू नेशन' शो भी पेश किया जाना था। यह आयोजन भारतीय कला, संस्कृति और परंपराओं को वैश्विक मंच पर दिखाने का मौका था।
भारतीय कारोबारियों से एकजुट होने की अपील
भारत ने रूस से तेल खरीद का बचाव किया है। 2025 की पहली छमाही में भारत का 35% तेल रूस से आया। भारत का कहना है कि यह आर्थिक जरूरत है। उसने अमेरिका और यूरोपीय संघ पर केवल भारत को निशाना बनाने का आरोप लगाया।
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इससे पहले मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को अपने सालाना भाषण में भारतीय कारोबारियों से एकजुट होने की अपील की थी। इस दौरान उन्होंने आत्मनिर्भरता पर जोर दिया ताकि बाहरी झटकों से अर्थव्यवस्था को बचाया जा सके।
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