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    रतन टाटा के बेहद करीब थे शांतनु, अब टाटा मोटर्स में मिली बड़ी जिम्मेदारी; लिखा इमोशनल पोस्ट

    Updated: Wed, 05 Feb 2025 09:54 AM (IST)

    रतन टाटा के करीबी दोस्त शांतनु नायडू को टाटा मोटर्स में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्होंने लिंक्‍डइन पर एक इमोशनल पोस्ट किया है। अपने पोस्ट में नायडू ने लिखा मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैं टाटा मोटर्स में महाप्रबंधक प्रमुख -रणनीतिक पहल के रूप में एक नया पद शुरू कर रहा हूं!। बता दें कि दोनों के बीच रिश्ता बहुत गहरा था।

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    रतन टाटा के दोस्त शांतनु नायडू को बड़ी जिम्मेदारी

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रतन टाटा के करीबी दोस्त शांतनु नायडू को टाटा मोटर्स में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। शांतनु नायडू ने लिंक्‍डइन पोस्ट के जरिए ये जानकारी दी है। उन्होंने लिंक्‍डइन पर एक इमोशनल पोस्ट किया है। अपने पोस्ट में, नायडू ने लिखा, 'मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैं टाटा मोटर्स में महाप्रबंधक, प्रमुख - रणनीतिक पहल के रूप में एक नया पद शुरू कर रहा हूं!'

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    कंपनी के साथ अपने व्यक्तिगत संबंध पर विचार करते हुए उन्होंने कहा, 'मुझे याद है जब मेरे पिता अपनी सफेद शर्ट और नेवी पैंट में टाटा मोटर्स प्लांट से घर जाते थे और मैं खिड़की पर उनका इंतजार करता था। अब पूरा सर्किल पूरा हो गया है।'

    नायडू ने नैनो के साथ शेयर की फोटो

    अपने हार्दिक शब्दों के साथ, नायडू ने टाटा नैनो के साथ अपनी एक फोटो शेयर की, जो कि भारत में रतन टाटा के किफायती गतिशीलता के नजरिए से जुड़ी हुई कार है।

    रतन टाटा से खास रिश्ता

    रतन टाटा के साथ नायडू का जुड़ाव सिर्फ पेशेवर से कहीं अधिक था। यह बेहद व्यक्तिगत था। जब रतन टाटा ने अपनी वसीयत में नायडू का नाम लिया, तो उनके बीच संबंध और अधिक मजबूत हो गए। एक रिपोर्ट के अनुसार, टाटा ने नायडू के सहयोगी गुडफेलोज में अपनी हिस्सेदारी छोड़ दी और उनके शिक्षा ऋण भी माफ कर दिए।

    नायडू ने अपने गुरु को दी श्रद्धांजलि

    9 अक्टूबर, 2024 को मुंबई में थोड़े समय के लिए अस्पताल में भर्ती रहने के बाद रतन टाटा के निधन के बाद, नायडू ने अपने गुरु को एक मार्मिक श्रद्धांजलि शेयर की। नायडू ने दोनों की एक साथ फोटो पोस्ट करते हुए लिखा,

    इस दोस्ती ने अब मुझमें जो कमी छोड़ दी है, मैं उसे भरने की कोशिश में अपनी बाकी जिंदगी बिता दूंगा। दुःख प्यार के लिए चुकाई जाने वाली कीमत है। अलविदा, मेरे प्रिय प्रकाशस्तंभ।