Elon Musk की स्टारलिंक को आधार का साथ; दूर-दराज इलाकों में हाई स्पीड इंटरनेट के साथ मिलेंगी क्या-क्या सुविधाएं? जानिए
UIDAI ने अमेरिकी टेक दिग्गज एलन मस्क की Starlink Satellite Communication pvt ltd को अपने साथ जोड़ा है। स्टारलिंक सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट प्रोवाइडर कंपनी है। यह अब ग्राहकों के वेरिफिकेशन के लिए आधार का इस्तेमाल करेगा जिससे उसका ऑनबोर्डिंग प्रोसेस तेज सुरक्षित और आसान हो जाएगा। आधार दुनिया के सबसे भरोसेमंद डिजिटल पहचान सिस्टम्स में से एक है। यह स्टारलिंक के ग्राहकों को पेपरलेस और क्विक वेरिफिकेशन की सुविधा देगा।

नई दिल्ली| Starlink-UIDAI Partnership : भारत की डिजिटल ताकत ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान खींचा है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने अमेरिकी टेक दिग्गज एलन मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड ( Starlink Satellite Communication pvt ltd) को अपने साथ जोड़ा है।
स्टारलिंक सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट प्रोवाइडर कंपनी है। यह अब ग्राहकों के वेरिफिकेशन के लिए आधार ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करेगा, जिससे उसका ऑनबोर्डिंग प्रोसेस तेज, सुरक्षित और आसान हो जाएगा। 'आधार' (Aadhaar) दुनिया के सबसे भरोसेमंद डिजिटल पहचान सिस्टम्स में से एक है।
अब यह स्टारलिंक के ग्राहकों को पेपरलेस और क्विक वेरिफिकेशन की सुविधा देगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह से नो योर कस्टमर (KYC) नियमों के अनुरूप होगी। इस कदम से भारत की डिजिटल पहचान और ग्लोबल सैटेलाइट टेक्नोलॉजी का शानदार मेल देखने को मिल रहा है।
आधार ई-केवाईसी के जरिए स्टारलिंक अपने यूजर्स को तेजी से जोड़ेगा, जिससे घरों, व्यवसायों और संस्थानों को हाई-स्पीड इंटरनेट (Rural Internet Access) मिल सकेगा। खास बात यह है कि आधार ऑथेंटिकेशन यूजर्स की मर्जी से होगा, जैसा कि मौजूदा नियमों में है।
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UIDAI का ऐतिहासिक कदम
यह ऐतिहासिक कदम UIDAI के सीईओ भुवनेश कुमार, डिप्टी डायरेक्टर जनरल मनीष भारद्वाज और स्टारलिंक इंडिया के डायरेक्टर Parnil Urdhwareshe की मौजूदगी में हुआ। स्टारलिंक को सब-ऑथेंटिकेशन यूजर एजेंसी और सब-ईकेवाईसी यूजर एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया है।
Aadhaar भारत की डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का आधार है, जिसने लोगों की जिंदगी को आसान बनाने के साथ-साथ बिजनेस को भी गति दी है। इसका फेस ऑथेंटिकेशन फीचर अब तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, क्योंकि यह यूजर्स के लिए सुविधाजनक और आसान है।
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आधार ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करेगा स्टारलिंक
स्टारलिंक जैसे ग्लोबल सैटेलाइट इंटरनेट प्रदाता द्वारा आधार ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल भारत के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की स्केलेबिलिटी और भरोसेमंदी को दर्शाता है। यह दिखाता है कि आधार कैसे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए सर्विस डिलीवरी में इनोवेशन ला सकता है।
यह कदम न सिर्फ भारत की डिजिटल ताकत को दुनिया के सामने लाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि आधार जैसी तकनीक भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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