F&O पर दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने की यह बड़ी मांग, सेबी ने मान ली तो बदल जाएगी ट्रेडिंग की तस्वीर
विजय केडिया ने भारतीय शेयर बाजार में बढ़ती FO (फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस) ट्रेडिंग को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। साथ ही उन्होंने इसमें बदलाव करने की भी मांग की है। यदि बाजार नियामक सेबी ने उनकी यह मांग स्वीकार कर ली तो ज्यादातर रिटेल निवेशक एफएंडओ में ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे। चलिए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।

मुंबई। दिग्गज बाजार विशेषज्ञ विजय केडिया ने भारतीय शेयर बाजार में बढ़ती F&O (फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस) ट्रेडिंग को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। साथ ही उन्होंने इसमें बदलाव करने की भी मांग की है। यदि बाजार नियामक सेबी ने उनकी यह मांग स्वीकार कर ली तो ज्यादातर रिटेल निवेशक एफएंडओ में ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे।
केडिया ने ट्वीट कर कहा कि "F&O का मकसद हेजिंग (जोखिम प्रबंधन) था, न कि लालच (होपिंग), लेकिन अब रिटेल निवेशक इसे कैसीनो बना रहे हैं। क्या इसे लॉगिन के बजाय लाइसेंस से जोड़ना चाहिए?"
F&O was meant for hedging, not hoping — but retail’s turning the market into a casino.
Maybe it’s time we ask: should access come with a license, not just a login?
Over 90% of retail traders lose money in F&O.
This isn’t risk management — it’s just gambling, masked as strategy.…
— Vijay Kedia (@VijayKedia1) May 1, 2025
केडिया ने साथ ही बाजार नियामक SEBI के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 90% से अधिक रिटेल ट्रेडर्स F&O में पैसा गंवा रहे हैं और यह जोखिम प्रबंधन का जरिया नहीं, बल्कि रिटेल निवेशकों के लिए कसीनो बन चुका है।
क्यों बार-बार उठ रहा एफएंडओ पर सवाल
- F&O को मूल रूप से बड़े निवेशकों और संस्थानों के लिए हेजिंग टूल के तौर पर बनाया गया था, लेकिन अब रिटेल ट्रेडर्स इसे शॉर्टकट बनाकर पैसा बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
- सोशल मीडिया के भरोसे युवा बिना ज्ञान के हाई-रिस्क ट्रेडिंग में उतर रहे हैं। अज्ञानता और ओवरट्रेडिंग के कारण छोटे निवेशक बर्बाद हो रहे हैं।
SEBI पहले ही F&O ट्रेडिंग में बढ़ते रिटेल निवेशकों के नुकसान को लेकर सतर्क है। एफएंडओ ट्रेडिंग में कमी लाने के लिए बीते दिनों में कई उपाय भी किए गए हैं। इसमें वीकली कांट्रैक्ट को सिर्फ एक सिर्फ एक बेंचमार्क इंडेक्स के लिए सीमित करना, लॉट साइज में इजाफा करना जैसे उपाय शामिल हैं। हालांकि, इन बदलावों के बावजूद रिटेल निवेशक एफएंडओ में लगातार पैसे गंवा रहे रहे हैं। रिटेल निवेशकों के इसी हालत को देखते हुए विजय केडिया यह ट्वीट करने पर मजबूर हो गए।
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