Gold Investment: गोल्ड पर कैरेट नहीं, सिर्फ नंबर लिखे हों तो ऐसे पहचानें असली शुद्धता?
आमतौर पर लोग जब सोना (Gold Investment) खरीदते हैं तो उस पर कैरेट (Karat) का निशान देखते हैं। जैसे 24K 22K या फिर 18K। लेकिन कई बार सोने की ज्वैलरी पर कैरेट की बजाय सिर्फ नंबर लिखे होते हैं। ऐसे में अक्सर लोग कन्फ्यूज हो जाते हैं कि यह नंबर आखिर किसका संकेत है और सोने की शुद्धता कैसे पहचानी जाए?

नई दिल्ली| आमतौर पर लोग जब सोना खरीदते हैं, तो उस पर कैरेट (Karat) का निशान देखते हैं। जैसे 24K, 22K या फिर 18K। लेकिन कई बार सोने की ज्वैलरी पर कैरेट की बजाय सिर्फ नंबर लिखे होते हैं। ऐसे में अक्सर लोग कन्फ्यूज हो जाते हैं कि यह नंबर आखिर किसका संकेत है और सोने की शुद्धता कैसे (Gold Purity Check) पहचानी जाए?
असल में, यह नंबर BIS हॉलमार्किंग सिस्टम के तहत सोने की फाइननेस (Fineness) यानी शुद्धता बताते हैं। जैसे-
- 916 लिखा हो तो इसका मतलब है 22 कैरेट सोना।
- 750 का मतलब है 18 कैरेट सोना।
- 585 का मतलब है 14 कैरेट सोना।
- 999 का मतलब है शुद्ध 24 कैरेट सोना।
यहां जो भी नंबर लिखा होता है, वह दरअसल गोल्ड की प्योरिटी के 1000 में से कितने हिस्से शुद्ध सोना है, उसे दर्शाता है। उदाहरण के तौर पर 916 मतलब 1000 में से 916 हिस्सा सोना और बाकी धातुएं।
यह भी पढ़ें- GST on Gold: ज्वैलरी, सिक्के और बिस्किट... किस पर कितना जीएसटी, लगते हैं कौन-कौन से चार्जेस? समझें कैलकुलेशन
कैसे करें असली-नकली की पहचान?
सोने पर हमेशा बीआईएस का हॉलमार्क (bureau of india standards- BIS Hallmark) होना चाहिए। इसके चार निशान जरूर देखें:
- बीआईएस का लोगो (BIS Logo)
- फाइननेस नंबर (जैसे 916, 750)
- अस्सेइंग सेंटर का मार्क
- ज्वैलर का यूनिक आईडी
अगर ये चारों निशान मौजूद हैं, तो सोना असली और प्रमाणित है। अगर सिर्फ नंबर लिखा हो, तो उसे कैरेट में बदलकर समझा जा सकता है।
क्यों जरूरी है ध्यान रखना?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि भारत में लोग ज्यादातर 22 कैरेट यानी 916 सोना खरीदते हैं। लेकिन कई ज्वैलर्स चालाकी से 18 कैरेट या 14 कैरेट बेच देते हैं। ऐसे में ग्राहक को भारी नुकसान हो सकता है। इसलिए सोना खरीदते समय हमेशा नंबर को समझें और बिल जरूर लें।
ऑल टाइम हाई पर सोना
सोना अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है। सोमवार को यह 1,08,060 प्रति 10 ग्राम (Gold Rate Today ) तक पहुंच गया। हालांकि शाम 6 बजे तक इसमें मामूली गिरावट देखी गई, 1,08,037 रुपए पर पहुंच गया।
बता दें कि सोना निवेश के मामले में सबसे सुरक्षित ऑप्शन माना जाता है। भारत में लोग ज्वैलरी के अलावा सोने के बिस्किट और सिक्के खरीदना पसंद करते हैं। सोना पिछले 10 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली धातुओं में से एक है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।