Gold Silver Price: सोना-चांदी महंगा हुआ या सस्ता, आ गई नई कीमतें; चेक करें ताजा रेट
Gold Silver Price: आज सोने और चांदी के नए रेट जारी हो गए हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अनुसार, 24 कैरेट सोना 1276 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हुआ है, जिसकी कीमत 120628 रुपये है। चांदी भी 905 रुपये प्रति किलो महंगी हुई है और अब इसकी कीमत 146633 रुपये है। 22 और 18 कैरेट सोने की कीमतों में भी वृद्धि हुई है।
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Gold Silver Price: सोना-चांदी महंगा हुआ या सस्ता, आ गई नई कीमतें
नई दिल्ली। Gold Silver Price: सोना और चांदी के नए ताजा रेट्स आ चुके हैं। IBJA यानी इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन ने अपनी वेबसाइट पर नए रेट प्रकाशित कर दिए हैं। यह संस्था दिन में दो बार सोना और चांदी के रेट पब्लिश करती है। सुबह के मुकाबले सोने और चांदी की कीमतें महंगी हुई है। 24 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड 120628 रुपये में है। वहीं, सुबह इसकी कीमत 119352 रुपये थी। यानी 24 कैरेट 10 ग्राम सोना 1276 रुपये महंगा हुआ है। वहीं, अगर चांदी की बात करें तो चांदी भी सुबह के मुकाबले शाम को महंगी हुई है।
सोना-चांदी हुआ महंगा?
बुधवार 29 अक्टूबर 2025 की शाम को सोना और चांदी की कीमतें बढ़ी हैं। 24 कैरेट 10 ग्राम सोना 1276 रुपये महंगा हुआ है तो चांदी 905 रुपये प्रति किलो के हिसाब से महंगी हुई है। 29 अक्टूबर की शाम को चांदी की कीमत 146633 रुपये हैं। वहीं आज यानी 29 अक्टूबर की सुबह चांदी की कीमत 145728 रुपये थी।
22 और 18 कैरेट सोना सस्ता हुआ या महंगा?
IBJA के अनुसार 29 अक्टूबर की शाम को 22 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 120145 रुपये है। वहीं, सुबह इसकी कीमत 118874 रपये थी। यानी सुबह की अपेक्षा शाम को 22 कैरेट सोना 1271 रुपये महंगा हुआ है। वहीं, अगर हम बात करें 18 कैरेट सोना की तो यह भी महंगा हुआ है। 18 कैरेट 10 ग्राम सोना सुबह 109326 रुपये का था। अब शाम को इसकी कीमत 110495 रुपये हो गई है। यानी यह 1169 रुपये महंगा हुआ है।
इस हफ्ते की शुरुआती दिनों सोने की बिक्री भी जारी रही, क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड टेंशन कम होने के संकेतों से पारंपरिक सेफ-हेवन एसेट्स की डिमांड कम होती रही। 28 अक्टूबर को इस गिरावट से सोना तीन हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गया, जिसका एक कारण यह भी हो सकता है कि इंट्राडे में $4,000 के साइकोलॉजिकल मार्क से ऊपर टिकने में नाकाम रहने के बाद टेक्निकल सेलिंग हुई।
इस बीच, फेडरल रिजर्व (फेड) की नरम उम्मीदों के कारण इस हफ़्ते अमेरिकी डॉलर (USD) नीचे आया, हालांकि इससे सोने को कोई खास सपोर्ट नहीं मिला। यहां तक कि अमेरिकी सरकार के लंबे समय तक बंद रहने से पैदा हुए आर्थिक जोखिम भी बुल मार्केट को कोई राहत नहीं दे पाए।

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