Silver Price Target 2026: क्या अगले साल तक ₹2 लाख के पार जाएगी चांदी की कीमत, क्यों आ रही है इतनी तेजी: एक्सपर्ट से जानें
चांदी ने आज अपने बीते सभी रिकॉर्ड (Silver Price Hike) तोड़ दिए है। आज सुबह चांदी की कीमत 1,90,000 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच चुकी है। ऐसे में सभी न ...और पढ़ें
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नई दिल्ली। इस साल चांदी निवेशकों की पसंदीदा निवेश विकल्प बन गई है। बीते हफ्ते से चांदी (Silver Price Hike) में लगातार उतार-चढ़ाव चल रहा है। आज तो चांदी ने अपने बीते सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। सुबह एमसीएक्स में चांदी का भाव (Silver Price Today) 1,90,000 रुपये के पार पहुंच गया।
ऐसे में सवाल है कि आने वाले समय चांदी का भाव कितना पहुंच सकता है। इसके साथ ही क्या अभी निवेश करना सही रहेगा?
Silver Price Target: 2 लाख रुपये के पार होगी चांदी?
हमने चांदी में हो रही बढ़ोतरी को लेकर हाल फिलहाल में कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया से बातचीत की थी। उन्होंने बताया था कि चांदी का दाम इस साल के अंत तक एमसीएक्स में 1,90,000 के पार पहुंच सकता है। आज चांदी ने 1,90,000 प्रति किलो के पार पहुंचकर हाई रिकॉर्ड बना लिया है।
अब सवाल है कि अगले साल 2026 तक चांदी का भाव कहां तक पहुंच सकता है। जब हमने इस पर अजय केडिया से पूछा तो उन्होंने कहा कि जून 2026 तक चांदी की कीमत 2,25,000 रुपये प्रति किलो पहुंच सकती है।
इसके साथ ही मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में कमोडिटी रिसर्च हेड नवीन दमाणी के मुताबिक, सिल्वर की तेजी लंबी चलेगी, क्योंकि वैश्विक सप्लाई डेफिसिट लगातार बढ़ रहा है। उनका अनुमान है कि चांदी 2026 की पहली तिमाही में 2 लाख और अगले साल के अंत तक 2.4 लाख प्रति किलोग्राम तक जा सकती है।
प्रोइंटेलिट्रेड सर्विसेज के मुताबिक चांदी का भाव 2,50,000 रुपये प्रति किलो पहुंच सकता है।
चार्टएनट्रेड डॉट कॉम (ChartNTrade.com) के अनुसार चांदी का भाव 2026 में 2,20,000 रुपये प्रति किलो हो जाएगा।
एक्सपर्ट ने क्या दी निवेशकों को सलाह?
अजय केडिया के मुताबिक चांदी लॉग टर्म में निवेशकों को फायदा दे सकती है। लेकिन अभी शॉर्ट टर्म में प्रॉफिट बुकिंग का न सोचें। लॉग टर्म के लिए म्यूचुअल फंड ईटीएफ का चयन कर आप इसमें एसआईपी के जरिए निवेश कर सकते हैं।
क्या है बढ़ोतरी की वजह?
- फेड रेट कट की उम्मीदः दुनिया भर में निवेशक ब्याज दरें घटने पर सोना-चांदी जैसे 'सेफ हेवन' एसेट में पैसा लगाते हैं। यही कारण है कि स्पॉट मार्केट में चांदी पहली बार 61 डॉलर प्रति औंस पार पहुंच गई।
- फिजिकल सप्लाई की भारी कमीः ग्लोबल मार्केट में चांदी की फिजिकल उपलब्धता कम होती जा रही है, जिसके संकेत बढ़ती लीज रेट्स से मिलते हैं।
- इंडस्ट्रियल डिमांड में जबरदस्त उछालः चांदी की मांग तेजी से इसलिए भी बढ़ रही है, क्योंकि यह अब सिर्फ ज्वैलरी या निवेश का साधन नहीं, बल्कि हाई-टेक इंडस्ट्री का मुख्य मेटल बन चुकी है।

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