सस्पेंशन मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी के शेयर ने 6 महीनों में पैसा किया ढाई गुना, Tata-मारुति से होंडा-टोयोटा तक ग्राहक
आनंद ग्रुप की गेब्रियल इंडिया (Gabriel India Share Price) जो 1961 में शुरू हुई ऑटोमोटिव सस्पेंशन मार्केट में एक प्रमुख कंपनी है। यह 2-3 व्हीलर पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल के लिए सस्पेंशन बनाती है। कंपनी के प्रोडक्ट में शॉक एब्जॉर्बर स्ट्रट्स और फ्रंट फोर्क्स शामिल हैं। गेब्रियल इंडिया का शेयर पिछले कुछ सालों में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है जिससे यह निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन गया है।

नई दिल्ली। आनंद ग्रुप की प्रमुख कंपनी है गेब्रियल इंडिया लिमिटेड, जिसे 1961 में शुरू किया गया था। गेब्रियल इंडिया 2-3 व्हीलर, पैसेंजर व्हीकल, कमर्शियल व्हीकल और रेलवे के लिए सस्पेंशन बनाती है। ऑटोमोटिव सेगमेंट के सस्पेंशन मार्केट में गेब्रियल इंडिया की सबसे बड़ी कंपनी (Monopoly Stocks) है। यानी इसके मुकाबले का कोई भी प्लेयर नहीं है। इसके प्रोडक्ट्स में शॉक एब्जॉर्बर, स्ट्रट्स और फ्रंट फोर्क्स शामिल हैं।
ये एक लिस्टेड कंपनी है, जिसके शेयर ने बीते 6 महीने, 1 साल और 5साल में धमाकेदार रिटर्न दिया है। आइए आपको इस कंपनी और इसके शेयर के रिटर्न के बारे में विस्तार से बताते हैं।
सस्पेंशन मार्केट में सबसे बड़ी कंपनी
कंपनी ने 1990 में शॉक एब्जॉर्बर और फ्रंट फोर्क्स बनाना शुरू किया। यह 2W में टॉप 3 कंपनियों में से एक है और 3W में लीडिंग खिलाड़ी है। ज्यादातर ऑटोमोटिव OEM इसी से स्ट्रट्स और शॉक एब्जॉर्बर खरीदते हैं। इसकीपैसेंजर कारों के आफ्टरमार्केट सेगमेंट में भी बड़ी हिस्सेदारी है।
कंपनी भारत में कमर्शियल व्हीकल और रेलवे सेगमेंट में लगभग 89% बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे (सस्पेंशन मार्केट में) है। इतना ही नहीं ये राजधानी/शताब्दी कोच (LHB) और वंदे भारत कोच के लिए डैम्पर डेवलप करने वाली पहली स्वदेशी भी कंपनी है।
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कौन-कौन है कस्टमर
सेगमेंट | बड़े कस्टमर्स |
2-3 व्हीलर | एथर, बजाज, होंडा, महिंद्रा इलेक्ट्रिक, रॉयल एनफील्ड, टीवीएस, ओला और यामाहा |
पैसेंजल व्हीकल | होंडा, महिंद्रा, मारुति, टाटा, रेनॉल्ट, टोयोटा |
कमर्शियल व्हीकल | इसुजु, वॉल्वो, फोर्स मोटर्स, टाटा मोटर्स |
रेलवे | इंडियन रेलवे |
गेब्रियल शेयर का रिटर्न
- 1 महीने में 21.9 फीसदी
- 6 महीनों में 144 फीसदी
- 2025 में अब तक 145.85 फीसदी
- 1 साल में 141.6 फीसदी
- 5 साल में 1094.5 फीसदी
कहां-कहां करती है एक्सपोर्ट
गेब्रियल भारत से बाहर भी निर्यात करती है। इसके एक्सपोर्ट में यूरोप का योगदान लगभग 32% है। इसके बाद दक्षिण अमेरिका (26%), एशिया (21%), अफ्रीका (8%), यूएसए (7%), ऑस्ट्रेलिया (5%) और उत्तरी अमेरिका (1%) का नंबर है।
हाल ही में हुए जीसटी रिफॉर्म्स से ऑटोमोटिव सेक्टर को फायदा मिलने की उम्मीद है। इससे ग्रेबियल इंडिया को भी लाभ होगा।
"शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"(डिस्क्लेमर : यहां शेयर पर दी गयी जानकारी, निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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