Market Outlook: लगातार छठे हफ्ते गिरा मार्केट, बहुत अहम सपोर्ट लेवल से नीचे आया Nifty, अब आगे क्या; एक्सपर्ट्स से समझें
शेयर बाजार (Stock Market Outlook) में लगातार छठे हफ्ते गिरावट रही जिससे निफ्टी 24450 के नीचे चला गया। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिकी टैरिफ की चिंताओं ने बाजार को कमजोर किया। आरबीआई की नीति से राहत नहीं मिली। टेक्निकल चार्ट्स में 24000-23800 तक गिरावट का अनुमान है जहाँ 200-डेज मूविंग एवरेज का सपोर्ट है। RSI में पॉजिटिव डायवर्जेंस दिख रहा है जो गिरावट के अंतिम चरण का संकेत है।

नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में लगातार छठे हफ्ते गिरावट का सिलसिला जारी रहा। लगातार बिकवाली के दबाव ने Nifty को 24,450 के अहम सपोर्ट लेवल से नीचे धकेल दिया। इंडेक्स न केवल इस लेवल से नीचे गिरा, बल्कि बीते सप्ताह लगभग 1% की गिरावट के साथ बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की तरफ से लगातार बिकवाली और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से पेश किए गए नए टैरिफ उपायों को लेकर बढ़ती चिंताओं के कारण मार्केट में कमजोरी का रुझान बना। ऐसे में अब आगे क्या होगा, जानते हैं आनंद राठी ग्रुप के इक्विटी रिसर्च के सीनियर मैनेजर जिगर एस पटेल से...
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RBI पॉलिसी से नहीं मिली राहत
पटेल के अनुसार बीते सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति घोषणा (जिसमें ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ) कोई राहत देने में विफल रही। ट्रेडर्स को घरेलू शेयर बाजारों में सुस्ती को रोकने के लिए नरम रुख की उम्मीद थी, लेकिन नए नीतिगत उपायों के न होने के कारण बाजार और गिरावट की चपेट में आ गया।
टेक्निकल चार्ट से क्या मिल रहा संकेत
पटेल के मुताबिक टेक्निकल चार्ट पहले से ही सतर्कता का संकेत दे रहे थे। पिछले हफ़्ते के एनालिसिस में, यह देखा गया था कि 24,450 से नीचे लगातार बने रहने से बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है। यह अनुमान अब सच साबित हो गया है, और इंडेक्स 24,000-23,800 के दायरे की ओर बढ़ रहा है।
यह लेवल टेक्निकली और अहम है क्योंकि यह 200-डेज एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (DEMA) और 200-डेज सिंपल मूविंग एवरेज (DSMA) - दोनों के साथ अलाइन है, जिसे लॉन्ग-टर्म ट्रेंड सपोर्ट के लिए इंडिकेटर के तौर पर देखा जा रहा है।
पलट सकता है बाजार का रुख
पटेल ने आगे कहा कि दिलचस्प बात यह है कि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि मौजूदा गिरावट अपने फाइनल फेज में एंट्री कर सकती है। इंट्राडे चार्ट पर रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) में पॉजिटिव डायवर्जेंस दिखाई दे रहा है, जो दर्शाता है कि बिकवाली की स्पीड धीमी हो रही है।
वहीं डेली टाइमफ्रेम पर, RSI अपने ऐतिहासिक सपोर्ट जोन के करीब भी पहुँच रहा है, जो संकेत देता है कि अगर खरीदारी में रुचि फिर से लौटती है, तो संभावित उलटफेर हो सकता है।
निवेशकों के लिए क्या है सलाह
पटेल का मानना है कि किसी भी रिकवरी के लिए, निफ्टी को 24,600 के स्तर को फिर से प्राप्त करना होगा, जो कि हाल ही में रहा टॉप लेवल है। इस लेवल से ऊपर एक निर्णायक क्लोजिंग लेवल इंडेक्स को 24,800-25,000 की ओर ले जा सकता है।
पर जब तक ऐसी पुष्टि नहीं हो जाती, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रुख अपनाएँ, अपनी स्थिति हल्की रखें और आक्रामक दांव लगाने से बचें।
आने वाले सप्ताह का कारोबार इस बात पर निर्भर करेगा कि क्या इंडेक्स अपने लॉन्ग टर्म सपोर्ट के पास स्थिर हो पाता है या और अधिक कमजोरी के आगे झुक जाता है।
"शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर बाजार पर दी गयी जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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