कोलकाता से क्यों बेहतर है पंजाब किंग्स? श्रेयस अय्यर ने बताई अंदर की बात, खोल दिए सारे राज
श्रेयस अय्यर की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद भी टीम ने उन्हें रिटेन नहीं किया। वहीं अगले साल पंजाब किंग्स ने उन्हें अपने साथ जोड़ा और वह टीम को फाइनल में ले गए। अय्यर ने अब दोनों टीमों के बीच के अंतर को बयां किया है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर सीमित ओवरों के शानदार बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। उन्होंने अपनी बैटिंग से भारत को चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाने में मदद की थी। इसके बाद वह आईपीएल में पंजाब किंग्स को फाइनल में भी ले गए। आईपीएल-2024 में अय्यर ने अपनी कप्तानी में कोलकाता को तीसरा खिताब दिलाया था, लेकिन कोलकाता ने उन्हें रिटेन नहीं किया और ये बात अय्यर को काफी आखरी भी थी।
अय्यर ने अब पंजाब और कोलकाता के बीच अंतर को बयां किया है। उन्होंने कहा कि कोलकाता में उनसे सही तरह से कम्यूनिकेशन नहीं किया था। वहीं चैंपियंस ट्रॉफी के बाद पंजाब की टीम उनसे लगातार कॉन्टेक्ट में थी। अय्यर की कप्तानी में पंजाब ने 2014 के बाद पहली बार प्लेऑफ में जगह बनाई और अपना दूसरा फाइनल खेला।
'मैंने बहुत मेहनत की है'
अय्यर ने जीक्यू से बात करते हुए कहा कि कोलकाता में वह चर्चा का हिस्सा तो थे लेकिन पूरी तरह से शामिल नहीं थे। अय्यर ने कहा, "मैं चर्चा का हिस्सा था, लेकिन पूरी तरह से इसमें शामिल नहीं था। मैं आज जिस पोजिशन में हूं वहां तक आने के लिए मैंने काफी मेहनत की है।"
उन्होंने कहा, "मैं अच्छा करते हुए आ रहा था। टीम को चैंपियंस ट्रॉफी में जीत दिलाई थी। इसलिए पंजाब किंग्स के सभी लोग मुझसे बात करने के लिए उतावले थे और चाहते थे कि मैं अच्छे से टीम में योगदान दूं। इससे मुझे मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह फैसले लेने में मदद की।"
पंजाब में मिला सपोर्ट
पंजाब की टीम आईपीएल की सबसे कमजोर टीमों में मानी जाती थी, लेकिन अय्यर के कप्तान बनने के बाद सारी कहानी बदल गई। इस टीम को पिछले सीजन काफी मजबूत माना जाने लगा। टीम ने अंकतालिका में पहले नंबर-1 पर जगह बनाते हुए प्लेऑफ में कदम रखा। अय्यर ने कहा कि उन्हें पंजाब में वो सपोर्ट और सम्मान मिला जो वह चाहते हैं।
उन्होंने कहा, "एक कप्तान और खिलाड़ी के तौर पर मुझे काफी कुछ मिला। अगर मुझे सम्मान मिलता है तो कुछ भी हो सकता है। पंजाब में यही हुआ। उन्होंने मुझे पूरा सपोर्ट दिया जो मुझे चाहिए था। चाहे वो कोचेस हों, मैनेजमेंट हो या खिलाड़ी हों।"
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।