'मैं तुम्हारा दादा हूं', यशस्वी जायसवाल के शतक के बाद सुनील गावस्कर के बयान ने मचाई सनसनी, याद दिलाई अपनी कहानी
भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 175 रनों की पारी खेलने वाले युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की जमकर तारीफ की है और साथ ही ऐसा बयान दिया है जिससे अपने समय की याद दिला दी।
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यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में शानदार शतक जमाया
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में शानदार शतक जमाया। उनके पास दोहरा शतक जमाने का मौका था लेकिन शुभमन गिल के साथ हुई गलतफहमी के कारण वह रन आउट हो गए। हालांकि, फिर भी उन्हें तारीफें मिल रही हैं। ये तारीफें सुनील गावस्कर ने की है और साथ ही अपनी कहानी भी याद दिला दी है।
यशस्वी ने पहली पारी में 175 रनों रन बनाए। अपनी पारी में इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 258 गेंदों का सामना करते हुए 22 चौके मारे। वह जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे दोहरा शतक नजदीक लग रहा था। हालांकि, रन लेने की जल्दबाजी में वह अपना विकेट खो बैठे।
गावस्कर ने की तारीफ
इस शतक के साथ ही यशस्वी ने एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। वह 23 साल की उम्र तक सबसे ज्यादा बार 150 प्लस स्कोर बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। जायसवाल ने अभी तक टेस्ट में सात शतक जमाए हैं जिनमें से पांच बार 150 के पार स्कोर किया है। उन्होंने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे किया है। उनसे आगे सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन हैं जिन्होंने 24 साल की उम्र तक आठ बार ये काम किया था।
दूसरे दिन के बाद जायसवाल की पारी की तारीफ करते हुए गावस्कर ने मस्ती भरे अंदाज में एक बात कही। उन्होंने कहा, "इसी तरह से डैडी हंड्रेड (बड़ी पारियां) बनाते रहो, लेकिन मैं ग्रैंडफादर (दादा) हूं तो मैं इसे ग्रैंडडैडी हंड्रेड के तौर पर लूंगा।"
गावस्कर का चलता था सिक्का
गावस्कर दुनिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 34 शतक हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ उनका सिक्का चलता था। उस समय वेस्टइंडीज के खिलाफ एक से एक खूंखार गेंदबाज थे लेकिन गावस्कर बिना हेलमेट के उनका सामना करते थे और जमकर रन बनाते थे।
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