IND vs AUS: कोहली-रोहित की आज होगी अग्निपरीक्षा, पर्थ में खेला जाएगा पहला वनडे मुकाबला
चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कोहली और रोहित पहली बार टीम में लौटे हैं। पिछले सात महीनों में भारतीय क्रिकेट का चेहरा काफी बदल चुका है। टीम ने टी-20 और टेस्ट प्रारूप में दोनों सीनियर खिलाड़ियों के बिना आगे बढ़ना सीख लिया है। अब सवाल यह है कि वनडे प्रारूप में ये दोनों दिग्गज अपने अनुभव से टीम को क्या नया दे सकते हैं।

प्रैक्टिस के दौरान रोहित और शुभमन गिल। फोटो- सोशल मीडिया
जेएनएन, नई दिल्ली। लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर वनडे क्रिकेट का रोमांच लौटने जा रहा है। चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने के बाद भारतीय टीम आज पर्थ स्टेडियम में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में उतरेगी। विराट कोहली और रोहित शर्मा की टीम में वापसी के अलावा इस प्रारूप में पूर्णकालिक कप्तान बने शुभमन गिल की अग्नि परीक्षा होगी।
चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कोहली और रोहित पहली बार टीम में लौटे हैं। पिछले सात महीनों में भारतीय क्रिकेट का चेहरा काफी बदल चुका है। टीम ने टी-20 और टेस्ट प्रारूप में दोनों सीनियर खिलाड़ियों के बिना आगे बढ़ना सीख लिया है। अब सवाल यह है कि वनडे प्रारूप में ये दोनों दिग्गज अपने अनुभव से टीम को क्या नया दे सकते हैं।
इसमें कोई संदेह नहीं कि कोहली और रोहित वनडे क्रिकेट के सर्वकालिक दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार हैं। दोनों ने इस सीरीज से पहले जमकर अभ्यास किया है। रोहित ने वजन घटाया है, जबकि कोहली ने लंदन में निजी ट्रेनर के साथ फिटनेस पर काम किया। हालांकि, आईपीएल के बाद दोनों ने कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला है इसलिए वापसी चुनौतीपूर्ण होगी। फिर भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका रिकॉर्ड उन्हें आत्मविश्वास देगा।
करियर की दिशा तय करने वाली सीरीज
टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके रोहित शर्मा और विराट कोहली के लिए यह सीरीज उनके वनडे करियर की दिशा तय कर सकती है। रोहित को अब एक वरिष्ठ खिलाड़ी के रूप में अपनी भूमिका समझनी होगी। उनकी कप्तानी में भारत ने दो प्रमुख आईसीसी खिताब जीते हैं और वह मेलबर्न टेस्ट में भी कप्तान थे।
यदि कोहली अपने पुराने रंग में लंबी पारी खेलते हैं और रोहित टीम को सशक्त शुरुआत देते हैं तो दोनों का करियर कुछ और साल आगे बढ़ सकता है। मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड के खिलाफ उनकी पुरानी प्रतिद्वंद्विता देखने लायक होगी।
कड़े फैसलों से नहीं हिचकेगा प्रबंधन
रोहित और कोहली जानते हैं कि अब टीम में उनकी जगह सुनिश्चित नहीं है। चयनकर्ता और टीम प्रबंधन 2027 वनडे विश्व कप को ध्यान में रखते हुए बड़े फैसले लेने से नहीं कतराएंगे। चयन समिति के प्रमुख अजित अगरकर ने स्पष्ट किया है कि दोनों खिलाड़ी ट्रायल पर नहीं हैं। वे टीम के अहम सदस्य हैं और उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन खेल के दौरान किया जाएगा।
गिल के सामने विरासत संभालने की चुनौती
26 वर्षीय शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन से साबित किया है कि वह कोहली की विरासत को आगे ले जाने में सक्षम हैं। अब बतौर कप्तान उन्हें रोहित के बनाए मानदंडों पर खरा उतरना होगा। रोहित की कप्तानी में भारत ने वनडे में 75 प्रतिशत मुकाबले जीते हैं। गिल को सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनसे तुलना का सामना करना पड़ेगा। वहीं, पैट कमिंस की गैरमौजूदगी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया की चुनौती आसान नहीं होगी।
एकादश में संतुलन बरकरार
टीम प्रबंधन गिल और रोहित की सफल ओपनिंग जोड़ी में बदलाव की संभावना नहीं देख रहा है। हालांकि, यशस्वी जायसवाल विकल्प के तौर पर मौजूद हैं। कोहली तीसरे नंबर पर उतरेंगे, जबकि उनके बाद श्रेयस अय्यर और केएल राहुल बल्लेबाजी करेंगे। राहुल विकेटकीपर की भूमिका भी निभाएंगे। नीतिश कुमार रेड्डी वनडे में पदार्पण कर सकते हैं, जबकि हार्दिक पांड्या चोट के कारण बाहर हैं।
तेज गेंदबाजी आक्रमण में मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह के साथ हर्षित राणा या प्रसिद्ध कृष्णा में से किसी एक को मौका मिल सकता है। स्पिन विभाग की जिम्मेदारी कुलदीप यादव और अक्षर पटेल पर होगी। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया की ओर से कोनोर कोनोली, मार्नस लाबुशेन और मैथ्यू रेनशा से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
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